लखनऊ: स्वीर में लाल सुर्ख सा दिखने वाला आम, आम नहीं बल्कि बेहद ख़ास है, क्योंकि ये बागों में अभी भले ही तैयार हुआ हो, लेकिन इसका नाम जिस पर है, उसकी बादशाहत उत्तर प्रदेश में चार साल से चल रही है। जी हां हम बात कर रहे हैं अखिलेश यादव की। इस आम को तैयार करने वाले कलीमुल्ला ने इसकी रंगत, स्वाद और रसीलेपन पर इसका नाम 'अखिलेश आम' रखा है।
कलीमुल्ला के बाग में सिर्फ यही आम शोहरत नहीं बटोर रहा, बल्कि देश पर हुकूमत करने वाले नमो यानि नरेंद्र मोदी आम भी पेड़ों पर अपनी खुशबू बिखेर रहा है। इन नेताओं के गुणों के हिसाब से कलीमुल्ला ने इनको इस नाम से नवाज़ा है। बाग में लगा अखिलेश आम पाक कर तैयार है, जबकि नमो आम अभी पकने की तैयारी में हैं।
अपने स्वाद से सबको दीवाना बना देगा नमो आम
कलीमुल्ला नमो आम की खासियत अपने अंदाज़ में बयान करते हैं। वह बताते हैं कि वह जब देश के प्रधानमंत्री बने, तो कई मुल्कों के लोगों को उन्होंने बुलाया। इसे देख कर लगता है कि वह सबको साथ लेकर चलेंगे और इस आम में भी यही खासियत है, यह आम अपने स्वाद से सबको दीवाना बना देता हैं।
कलीमुल्ला भले ही नमो आम की ढेरों की खूबियां बताते हो, लेकिन खुद उन्हें अखिलेश आम ज़्यादा भाता है। उन्हें लगता है कि ये आम अखिलेश की तरह ही ज्यादा मीठा, खूबसूरत और रसीला है।
कई हस्तियों पर आम तैयार कर चुके हैं कलीमुल्ला
कलीमुल्ला ने इससे पहले भी ऐश्वर्या राय और सचिन तेंदुलकर जैसे देश की कई मशहूर हस्तियों के नाम पर आमों की वेरायटी निकाल चुके हैं और अब नमो और अखिलेश आम के बाद पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, अमिताभ बच्चन और आज़म खान के नाम और उनके गुणों पर नई वेरायटी लाने की तैयारी में हैं।
हालांकि हर साल आम की नई-नई किस्मों को जन्म देने वाले कलीमुल्ला को इस बात का मलाल भी है कि आमो के बाग़ के लिए मशहूर मलिहाबाद में कभी 1300 किस्में हुआ करती थी, पर अब सिर्फ 700 रह गई हैं। उनका कहना है कि सरकार अगर मौक़ा दे तो वह इसे बढ़ा सकते हैं।
केजरीवाल आम की है तलाश
वहीं मैंगो मैन से जब हमने पूछा कि सीएम अखिलेश और पीएम मोदी के बाद क्या वह आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के स्वभाव के अनुरूप कोई आम की किस्म तैयार कर रहे हैं, तो उनका जवाब था कि अभी वैसा आम उन्हें अपने बाग़ में नहीं मिला है और उनकी तालाश जारी है।