इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी अफगानिस्तान में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) को आपूर्ति पर रोक जारी रखने पर सहमत हुए हैं। राष्ट्रपति और सेना प्रमुख ने इस सम्बंध में संसद के फैसले तक रोक जारी रखने पर सहमति जताई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक जरदारी और कयानी के बीच शुक्रवार को राष्ट्रपति कार्यालय में मुलाकात हुई। बैठक के दौरान दोनों ने अमेरिका और नाटो के साथ पाकिस्तान के रिश्तों और पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर हुए नाटो के हवाई हमले पर चर्चा की।
ज्ञात हो कि पिछले साल 26 नवंबर को पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर हुए नाटो के हवाई हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इसके बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में तैनात नाटो बलों को अपने देश के रास्ते होने वाली आपूर्ति रोक दी थी।
जरदारी और कयानी ने सुरक्षा मामलों पर संसदीय समिति की कार्य में हुई प्रगति पर संतुष्टि जताई। समिति हमले के बाद अमेरिका के साथ सम्बंधों पर नीतियां तैयार कर रही है।
प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा था कि आपूर्ति मार्ग बहाल करने के बारे में निर्णय समिति करेगी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक जरदारी और कयानी के बीच शुक्रवार को राष्ट्रपति कार्यालय में मुलाकात हुई। बैठक के दौरान दोनों ने अमेरिका और नाटो के साथ पाकिस्तान के रिश्तों और पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर हुए नाटो के हवाई हमले पर चर्चा की।
ज्ञात हो कि पिछले साल 26 नवंबर को पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर हुए नाटो के हवाई हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इसके बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में तैनात नाटो बलों को अपने देश के रास्ते होने वाली आपूर्ति रोक दी थी।
जरदारी और कयानी ने सुरक्षा मामलों पर संसदीय समिति की कार्य में हुई प्रगति पर संतुष्टि जताई। समिति हमले के बाद अमेरिका के साथ सम्बंधों पर नीतियां तैयार कर रही है।
प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा था कि आपूर्ति मार्ग बहाल करने के बारे में निर्णय समिति करेगी।