विश्व के इतिहास में साल 2019 कई घटनाओं का गवाह रहा. अमेरिका से लेकर चीन और ब्रिटेन तक, हर तरफ अफरा-तफरी रही. जहां, एक तरफ ब्रिटेन की संसद में ब्रेक्सिट पर बवाल हुआ वहीं, दूसरी तरफ एक 16 साल की बच्ची ग्रेटा थुनबर्ग ने यूएन में दुनिया के बड़े नेताओं को खरी-खोटी सुनाई. यही नहीं अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के सरगना और दुनिया के नंबर वन आतंकवादी बगदादी को मार गिराया तो वहीं, 'दुनियां का फेफड़ा' कहा जाने वाला अमेजन का जंगल ही आग की चपेट में आ गया. यहां पढ़िए साल 2019 में हुई दुनियां की 10 सबसे बड़ी घटनाओं के बारे में.
जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग
ग्रेटा थुनबर्ग (Greta Thunberg) टाइम मैगज़ीन के कवर पर पर्सन ऑफ द ईयर 2019 बनीं. इस 16 साल की बच्ची ने ग्लोबल वॉर्मिंग के मुद्दे पर कई नेताओं को लताड़ लगाई. इन नेताओं में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हैं. ग्रेटा थुनबर्ग एक स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता है. ग्रेटा थुनबर्ग ने अगस्त 2018 से जलवायु परिवर्तन के लिए अपनी आवाज उठाई. वह हर शुक्रवार स्कूल छोड़कर स्वीडन की संसद के बाहर तख्ती लेकर प्रदर्शन करतीं. उनकी तख्ती पर लिखा रहता था - 'जलवायु के लिए स्कूल से छुट्टी'. ग्रेटा के इस आंदोलन की चर्चा दुनिया भर में है और 20 सितंबर 2019 को 150 देशों में आंदोलन हुआ. 23 सितंबर 2019 को जलवायु परिवर्तन पर वह UN सम्मेलन में बोलीं और दुनिया के नेताओं पर विश्वासघात का आरोप लगाया. इसी यूएन सम्मेलन की उनकी एक घूरती हुआ तस्वीर काफी वायरल हुई थी. यहां जानिए ग्रेटा थुनबर्ग के बारे सब कुछ...
श्रीलंका चर्च और न्यूजीलैंड में मस्जिद में हमला
साल 2019 में ये दोनों ही आतंकी घटना दिल दहला देने वाली रहीं. जहां न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में मौजूद दो मस्जिद में 15 मार्च के दिन हुए आतंकवादी हमले में 51 से ज्यादा लोगों की जान गई. इस हमले का जायजा लेने खुद न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डेन बुर्के में मस्जिद पहुंची थीं. पढ़ें इस बारे में पूरी खबर...
इसी के साथ श्रीलंका के चर्च में भी हुए एक के बाद एक बम धमाकों से 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी. देखिए इस हमले को अंजाम देने वाले शख्स का ये वीडियो...
ब्रिटेन की राजनीति
ब्रिटने की राजनीति में साल 2019 का अहम मुद्दा ब्रेक्सिट ही रहा. ब्रेक्जिट (Brexit) यानी ब्रिटेन एग्ज़िट (Britain Exit). यह ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (European Union) से अलग होने का प्रस्ताव है. इसकी शुरुआत साल 2008 में हुई जब ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ गई थी. देश में महंगाई बढ़ गई थी, बेरोजगारी बढ़ गई थी, जिसका समाधान निकालने और अर्थव्यवस्था को ठीक करने के प्रयास चल रहे थे. इसी बीच यूनाइटेड किंगडम इंडिपेंडेंस पार्टी (यूकेआईपी) ने साल 2015 में हो रहे चुनावों के दौरान यह मुद्दा उठाया कि यूएन ब्रिटेन की आर्थिक मंदी को कम करने के लिए कुछ नहीं कर रहा है. तभी से यह मुद्दा उठा कि ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग होना है. यहां जानिए ब्रेक्सिट के बारे में और जरूरी बातें...
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन
ब्रेक्सिट के साथ ही ब्रिटेन की राजनीति में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का साल 2019 में दो बार जीतना भी अहम रहा. ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने साल 2019 में दो बार प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव लड़े और दोनों बार जीते. दोनों ही चुनावों में बोरिस जॉनसन का मुद्दा ब्रेक्सिट ही था, जिसे लाने का वादा वो ब्रिटेन की जनता से कर रहे हैं. यहां जानिए बोरिस जॉनसन की जीत से जुड़ी और खबरें...
हाउडी मोदी
अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में प्रधानमंत्री मोदी ने 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 50 हज़ार भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया. इस आयोजन में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी हिस्सा लिया था. यह विदेश में किसी भारतीय पीएम का साल 2019 में सबसे बड़ा कार्यक्रम था. जानिए इस कार्यक्रम से जुड़ी 10 खास बातें.
करतारपुर कॉरिडोर
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव (Guru Nanak Dev) की 550वीं जयंती के अवसर पर करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) श्रद्धालुओं के लिए खोला गया. इस दौरान 500 से अधिक भारतीय तीर्थयात्री भी मौजूद रहे. बता दें, करतारपुर साहिब पाकिस्तान में आता है लेकिन इसकी भारत से दूरी महज़ साढ़े चार किलोमीटर है. कॉरिडोर बनने से पहले तक कुछ श्रद्धालु दूरबीन से करतारपुर साहिब के दर्शन करते रहे हैं. ये काम बीएसएफ़ की निगरानी में होता था. मान्यताओं के मुताबिक़, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक 1522 में करतारपुर आए थे. उन्होंने अपनी ज़िंदगी के आख़िरी 18 साल यहीं गुज़ारे थे. यहां जानिए करतारपुर कॉरिडोर के बारे में और जरूरी बातें...
अमेजन के जंगलों में आग
अमेजन के जंगलों (Amazon Forests) को 'लंग्स ऑफ द प्लेनेट' यानी कि 'दुनियां का फेफड़ा' कहते हैं. दुनिया भर की 20 फीसदी ऑक्सीजन अमेजन के जंगलों से मिलती है. ब्राजील में अमेजन के 60 प्रतिशत जंगल हैं. इसी जंगल में साल 2019 में भयानक आग लगी. खुद नासा ने इस आग की भयावह तस्वीर अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की. यहां जानिए इस आग से जुड़ी और बातें...
सना मरीन बनीं दुनिया की सबसे युवा 'प्रधान मंत्री'
फिनलैंड की सोशल डेमोक्रेट पार्टी (Social Democratic Party) पूर्व परिवहन मंत्री सना मरीन (Sanna Marin) फिनलैंड की प्रधानमंत्री बनीं. इसी के साथ 34 वर्षीय सना मरीन दुनिया के इतिहास में सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गई हैं. यहां जानिए सना मरीन के बारे में और बातें...
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन का बाजार किया ठप्प
अमेरिका ने अमेरिका में व्यापार करने वाली 28 चीनी कंपनियों को भी ब्लॉक किया था, जिसके बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास आई. वहीं इससे पहले, ट्रंप ने अमेरिकी कंपनियों से चीन छोड़ने को भी कहा था. ट्रंप ने कहा, 'हमें चीन की जरुरत नहीं है.' यहां पढ़िए चीन और अमेरिका दोनों के व्यापारिक रिश्तों के बारे में सभी बातें.
हांगकांग में विरोध
हांगकांग में एक विधेयक के खिलाफ काफी विरोध प्रदर्शन हुआ. इसकी शुरुआत जून में एक प्रत्यर्पण संबंधित विधेयक को वापस लेने को लेकर शुरू हुई थी. इस विधेयक के तहत हांगकांग के निवासियों को मुकदमे के लिए चीन भेजा जा सकता था. फिलहाल इस विधेयक पर रोक लगा दी गई है. यहां जानिए इस विरोध प्रदर्शन से जुड़ी हर खबर...
इस्लामिक स्टेट का सरगना अबू बक्र अल बगदादी का खातमा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी, '26 अक्टूबर 2019 को "क्रूर" संगठन इस्लामिक स्टेट के सरगना और दुनिया के नंबर एक आतंकवादी बगदादी 'एक कुत्ते और कायर की तरह' मारा गया.' अमेरिकी रक्षा विभाग ने बगदादी को मारते हुए एक 10 सेकेंड का वीडियो भी जारी किया था.
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