WhatsApp के इंडिया हेड अभिजीत बोस ने दिया इस्तीफा, पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर ने भी छोड़ी कंपनी

व्हाट्सएप ने इसकी पुष्टि भी कर दी है. मेटा ने एक बयान में कहा कि व्हाट्सएप के भारत प्रमुख अभिजीत बोस ने इस्तीफा दे दिया है. वहीं, राजीव अग्रवाल ने बेहतर मौके की तलाश में मेटा में अपनी भूमिका से हटने का फैसला किया है. दोनों को भविष्य के प्रयासों के लिए कंपनी शुभकामनाएं देती है.

WhatsApp के इंडिया हेड अभिजीत बोस ने दिया इस्तीफा, पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर ने भी छोड़ी कंपनी

भारत में मेटा के लिए सार्वजनिक नीति निदेशक के रूप में शिवनाथ ठुकराल की नियुक्ति हुई है.

व्हाट्सएप के इंडिया हेड (WhatsApp India Head Resign) अभिजीत बोस ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मेटा इंडिया ((Meta India)) के सार्वजनिक नीति निदेशक राजीव अग्रवाल ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है. अचानक दोनों इस्तीफों के बाद कंपनी ने भारत में व्हाट्सएप पब्लिक पॉलिसी के निदेशक शिवनाथ ठुकराल को भारत में मेटा के सभी प्लेटफॉर्म के लिए पब्लिक पॉलिसी निदेशक बनाया गया है. बता दें कि मेटा फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप की पेरेंट कंपनी है.

इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में ही भारत में मेटा प्रमुख अजीत मोहन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वह मेटा के प्रतिद्वंद्वी स्नैपचैट में शामिल हुए हैं.

व्हाट्सएप ने इसकी पुष्टि भी कर दी है. मेटा ने एक बयान में कहा कि व्हाट्सएप के भारत प्रमुख अभिजीत बोस ने इस्तीफा दे दिया है. वहीं, राजीव अग्रवाल ने बेहतर मौके की तलाश में मेटा में अपनी भूमिका से हटने का फैसला किया है. दोनों को भविष्य के प्रयासों के लिए कंपनी शुभकामनाएं देती है.

व्हाट्सएप के प्रमुख विल कैथकार्ट ने अभिजीत बोस को भारत में व्हाट्सएप के पहले प्रमुख के रूप में उनके "बेहतरीन योगदान" के लिए धन्यवाद दिया है.


विल कैथकार्ट ने कहा, "अभिजीत बोस की उद्यमशीलता अभियान ने हमारी टीम को नई सेवाएं प्रदान करने में मदद की, जिससे लाखों लोगों और व्यवसायों को लाभ हुआ है. व्हाट्सएप भारत के लिए बहुत कुछ कर सकता है और हम भारत के डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए उत्साहित हैं." 

अमेजन करने जा रहा 10000 कर्मचारियों की छंटनी
दुनिया में मंदी का असर देखा जाने लगा है. एक के बाद एक बड़ी कंपनियां छंटनी कर रही है. सोमवार को खबर आई कि अब अमेजन इस सप्ताह जल्द से जल्द 10,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकती है. कंपनी इस कदम के पीछे लाभ कमाने में फेल रहने का हवाला दिया है. अगर छंटनी की कुल संख्या 10,000 के आसपास रहती है, तो यह अमेज़न के इतिहास में सबसे बड़ी छंटनी होगी. यह कंपनी के 1 प्रतिशत से भी कम कार्यबल का प्रतिनिधित्व करेगा जो वैश्विक स्तर पर 1.6 मिलियन से अधिक को रोजगार देता है.


फेसबुक ने निकाला 13% स्टाफ
इससे पहले फेसबुक की मूल कंपनी मेटा (Meta) ने इस हफ्ते ही 11,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की है. कंपनी ने लागत को कम करने के लिए यह छंटनी की है. कंपनी के अनुसार, बढ़ी हुई लागत मुनाफे को खा रही है और इससे राजस्व में गिरावट हो रही है. छंटनी से पहले मेटा में करीब 87,000 कर्मचारी काम करते थे. कंपनी ने इनमें से 13 फीसदी कर्मचारियों को बाहर किया है.

ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट में भी हुई छंटनी
ट्विटर ने पिछले हफ्ते अपने आधे कर्मचारियों को निकाल दिया था. भारत में तो कंपनी ने 90 फीसदी कर्मचारियों की छुट्टी कर दी थी. माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले महीने 1,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी। इसके साथ ही राइडशेयर कंपनी Lyft ने भी 13 फीसदी कर्मचारियों की निकालने की घोषणा की.

इसी तरह पेमेंट प्रोसेसिंग फर्म Stripe ने 14 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने की बात कही। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट में भी नई भर्तियों पर रोक लगा चुकी है.
 

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