
- जेफरी एपस्टीन के यौन अपराध मामले ने अमेरिकी राजनीति में विवाद खड़ा कर दिया है. सर्वाइवर ने NDTV से बात की.
- टेरेसा हेल्म ने NDTV को बताया कि ग्रूमिंग एक प्रक्रिया है जिसमें शोषण के लिए लड़कियों को तैयार किया जाता है.
- हेल्म ने ग्रूमिंग के संकेतों को पहचानने और यौन उत्पीड़क से खुद को बचाने के तरीकों के बारे में बताया है.
यौन अपराधी और नाबालिग लड़कियों के यौन तस्कर जेफरी एपस्टीन के मुद्दे ने अमेरिका की राजनीति में खलबली मचा रखी है. तमाम इनकार और खुलासा करेंगे के दावों के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है. जेफरी एपस्टीन… अपनी मौत के 6 साल बाद भी ट्रंप के लिए गले का वो फांस बन गया है जो न उगलते बन रहा है और न निगलते. यौन शोषण के लिए कुख्यात जेफरी एपस्टीन के साथ ट्रंप की दोस्ती पर अमेरिकी अखबार, द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने हाल ही में एक धमाकेदार आर्टिकल छापा है जिसके बाद ट्रंप ने कम से कम 10 अरब डॉलर का मुकदमा दायर कर दिया है. ट्रंप ने वादा किया था कि वो एपस्टीन से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करेंगे लेकिन अभी तक फाइल सार्वजनिक नहीं हुई हैं.
अब NDTV के साथ एक विशेष बातचीत में, एप्स्टीन के यौन उत्पीड़न का शिकार हुईं टेरेसा हेल्म ने बताया कि इन फाइलों को जारी करना क्यों महत्वपूर्ण है. उन्होंने NDTV को अपनी आपबीती भी बताई है कि कैसे उन्हें जेफरी एपस्टीन के घर जाने के लिए राजी किया गया. उन्होंने बताया कि कैसे उनकी ‘ग्रूमिंग' की गई और कैसे इसके संकेतों को समझा जा सकता है.
‘ग्रूमिंग' आखिर है क्या?
अगर ‘ग्रूमिंग' को आसान शब्दों में बताए तो किसी वल्नरेबल इंसान को ऐसा माहौल देना, उसे ऐसे लालच देना ताकि उसे किसी यौन अपराधी (जो अधिकतर मामले में अमीर और सम्मानजनक पद पर होते हैं) के इनर सर्कल में लाया जा सके. उन लड़कियों या लड़कों को नौकरी देकर, या सपने पूरे करने उनका विश्वास जीता जाता है और फिर जब तक उनका यौन शोषण शुरू होता है, कई बार देर हो चुकी होती है. टेरेसा हेल्म ने महिलाओं और औरतों को अपने अनुभव के जरिए बताया कि इन ग्रूमिंग के संकेतों को कैसे पहचानें.
‘ग्रूमिंग' के संकेतों को कैसे पहचाने?
पहले बताते हैं कि टेरेसा हेल्म हैं कौन. टेरेसा हेल्म की मुलाकात घिसलेन मैक्सवेल से 2000 के दशक की शुरुआत में हुई थी, जब वो 22 साल की थीं. मैक्सवेल, एप्स्टीन की एक्स-गर्लफ्रेंड और करीबी सहयोगी थी. हेल्म को नौकरी की पेशकश की गई, जिसके बाद वह मैक्सवेल से इंटरव्यू के लिए मिलीं. उन्होंने यह बताया कि ग्रूमिंग प्रक्रिया के तहत, उन्हें यह महसूस कराया गया कि वो 'वहां की हैं' और 'योग्य' हैं. उन्होंने बताया कि मैक्सवेल ने पूरा जीतने के बाद उन्हें अपने पार्टनर, एपस्टीन से मिलवाया. हेल्म ने उस रात एप्स्टीन के घर जाने के बारे में बताया, जिसे वो इंटरव्यू का 'दूसरा हिस्सा' मान रही थीं, और वहीं उनका यौन उत्पीड़न हुआ.
उनसे NDTV ने सवाल किया, “वो लड़कियां जो दुनिया भर में जाती हैं और वैसी ही स्थिति का सामना कर सकती हैं जो आपने किया है, आप उनसे क्या कहेंगी. उनको ग्रूमिंग के कैसे संकेतों का ख्याल रखना चाहिए. वो कैसे सेक्सुअल प्रेडेटर (यौन उत्पीड़क) के खिलाफ अपने आप को बचा सकती हैं.”
“दूसरा कि जब कोई आपसे ऐसे वादे कर रहा हो, ऐसे सपने दिखा रहा हो जिसका सच होना मुश्किल दिखता हो (टू गुड टू बी ट्रू), जब वो आपके लिए सामान खरीद रहा हो, आपको घुमाना चाहता हो, यह सब ग्रूमिंग के संकेत हैं. अगर कोई आपको अलग करने की कोशिश कर रहा हो और दिखाना चाह रहा हो कि केवल उनको ही आपकी फिक्र है, तो वह भी ग्रूमिंग के संकेत हैं. आपको खुद को सुनना पड़ेगा. उन्हें पहचानना होगा और अपने पैर पर खड़े रहना होगा.”
गौरतलब है कि टेरेसा हेल्म अब नेशनल सेंटर फॉर सेक्सुअल एक्सप्लोइटेशन के साथ काम करती हैं. वहीं, घिसलेन वर्तमान में फ्लोरिडा की एक संघीय सुधार संस्था (FCI) में बंद है.
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