Jordan Drone Attack: रविवार को जॉर्डन में एक बेस पर ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई. इस हमले के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ईरान समर्थित आतंकवादियों को दोषी ठहराया है और अपराधियों को सबक सिखाने की कसम खाई. बाइडेन ने हमले पर एक बयान जारी कर कहा, "हालांकि हम अभी भी इस हमले के तथ्यों को इकट्ठा कर रहे हैं... हम जानते हैं कि इसे सीरिया और इराक में सक्रिय कट्टरपंथी ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों द्वारा अंजाम दिया गया था."
व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को कैबिनेट स्तर के कई राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों ने रविवार दोपहर हमले के बारे में जानकारी दी. बाद में दिन में दक्षिण कैरोलिना चर्च बैंक्वेट सेंटर में हमले में मारे गए अमेरिकी सैनिकों के लिए एक पल का मौन रखने के बाद राष्ट्रपति ने उपस्थित लोगों से कहा, "हम जवाब देंगे."
ईरान समर्थित हमास के साथ इजरायल के युद्ध की शुरुआत के बाद यह पहली बार है कि मध्य पूर्व में गोलीबारी में अमेरिकी सैन्यकर्मी मारे गए हैं.
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने सीरियाई सीमा के पास हुए हमले में घायलों की संख्या 25 बताई है और कहा है कि मारे गए लोगों की पहचान उनके परिवारों की सूचना मिलने तक गुप्त रखी जाएगी. पेंटागन के अनुसार, अक्टूबर के मध्य से इराक और सीरिया में अमेरिका और सहयोगी सेनाओं को 150 से अधिक हमलों में निशाना बनाया गया है और वाशिंगटन ने दोनों देशों में जवाबी हमले किए हैं.
इस बीच, जॉर्डन सरकार के प्रवक्ता मुहन्नद मुबैदीन ने अपने देश की ओर से "हमले के पीड़ितों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रति संवेदना व्यक्त की". साथ ही बताया कि इस हमले में जॉर्डन सेना का कोई भी सैनिक घायल नहीं हुआ है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं