नासा के यान ने क्षुद्रग्रह बेनू पर पाया पानी
नई दिल्ली:
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के अंतरिक्ष यान ने क्षुद्रग्रह बेनू (Bennu) पर पानी के संकेत पाए हैं. सितंबर 2016 में नासा के ओरिजन्स, स्पेक्ट्रल इंटरप्रीटेशन, रिसोर्स आइडेंटिफिकेशन, सिक्युरिटी-रीगोलिथ एक्सप्लोरर (ओएसआईआरआईएस-आरईएक्स) मिशन को क्षुद्रग्रह बेनू से नमूना एकत्र करने के लिए छोड़ा गया था.
अंतरिक्ष यान के दो स्पेक्ट्रोमीटर, ओएसआईआरआईएस-आरीएक्स विजिबल और इंफ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर (ओवीआईआरएस) व ओएसआईआरआईएस-आरईएक्स थर्मल एमिशन स्पेक्ट्रोमीटर (ओटीईएस) से प्राप्त डेटा ने उन अणुओं की उपस्थिति के बारे में बताया है, जिनमें ऑक्सीजन और हाइड्रोजन परमाणु एक साथ बंधे होते हैं, जिसे हाइड्रोक्सिल कहा जाता है.
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यह हाइड्रोक्सिल समूह क्षुद्रग्रह पर पानी के असर वाली मिट्टी के खनिजों में मौजूद है, जिसका अर्थ है कि किसी बिंदु पर बेनू के चट्टानों का पानी से संपर्क हुआ है.
नासा ने एक बयान में कहा कि बेनू पानी की मौजूदगी के लिए बहुत छोटा है, लेकिन इस खोज से पता चलता है कि किसी समय में बेनू के पैरेंट बॉडी पर पानी मौजूद था, जो एक बहुत बड़ा क्षुद्रग्रह था.
नासा के मैरीलैंड स्थित गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर की एमी सिमॉन ने कहा, "क्षुद्रग्रह पर पानी को सोखने वाले खनिजों की उपस्थिति पुष्टि करती है कि बेनू हमारे अध्ययन के लिए एक उत्कृष्ट नमूना है."
नासा ने इस चीज का पता लगाने के लिए खर्च किए 1 अरब डॉलर, अंतरिक्ष में भेजा लेजर उपग्रह
इनपुट - आईएएनएस
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नासा के मैरीलैंड स्थित गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर की एमी सिमॉन ने कहा, "क्षुद्रग्रह पर पानी को सोखने वाले खनिजों की उपस्थिति पुष्टि करती है कि बेनू हमारे अध्ययन के लिए एक उत्कृष्ट नमूना है."
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इनपुट - आईएएनएस
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