हांग-कांग (Hong Kong) के एक लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारी को मैनचेस्टर (Manchester) के चीनी वाणिज्य दूतावास में बेरहमी से पीटा गया. इस घटना की वीडियो (Video) को कई लोगों ने ट्विटर (Twitter) शेयर किया है. एक यूज़र ने लिखा है, "यह चौंकाने वाली वीडियो हॉन्ग-कॉन्ग (Hong-Kong) के टेलीग्राम चैनल पर तेजी से वायरल (Viral) हो रही है. जिसमें दिखता है कि मैनचेस्टर में मौजद पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) के वाणिज्य दूतावास के कुछ लोग लोकतंत्र समर्थक चिह्नों को लात मार कर गिरा रहे हैं. फिर एक प्रदर्शनकारी को घसीट पर भीतर ले जाया गया और वहां स्टाफ ने उसकी पिटाई की." इस वीडियो को लाखों लोग देख चुके हैं और हजारों ने इसे रीट्वीट किया है.
Shocking video spreading on HK Telegram channels showing someone from the PRC Consulate in Manchester kicking down pro-democracy signs.
— Luke M (@McWLuke) October 16, 2022
A protestor then appears to have been dragged behind the Consulate gates and beaten by consulate staff. pic.twitter.com/tntvTz38DY
यह जानकारी सोमवार को बीबीसी ने दी. रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर तत्काल स्पष्टीकरण की मांग की है. ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है. प्रदर्शनकारी ने बीबीसी को कहा, “वे मुझे अंदर ले गए और मुझे पीटा.”
वाणिज्य दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने चीन के राष्ट्रपति की आपत्तिजनक तस्वीर प्रदर्शित की थी. प्रदर्शनकारी पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तस्वीर कथित तौर पर अपमानजनक तरीके से प्रदर्शित करने के आरोप है.
घटना के बाद बॉब नामक प्रदर्शनकारी ने बीबीसी को बताया कि चीन के लोग वाणिज्य दूतावास से बाहर आए थे और उनके पोस्टरों को नष्ट कर दिया तथा जब हमने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो वे मुझे अंदर खींच कर ले गए एवं मुझे पीटा.
बीबीसी के अनुसार, वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों ने प्रदर्शनकारियों को सड़क के विपरीत दिशा में जाने के लिए कहा था.
प्रदर्शन के दौरान दो पुलिस अधिकारी मौजूद थे, लेकिन विवाद शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद कई और पुलिसकर्मी वहां आ गए. वे परिसर के द्वार पर जमा हुए और प्रदर्शन को खत्म करने और प्रदर्शनकारियों को वापस भेजने की कोशिश की. एक पुलिस अधिकारी वाणिज्य दूतावास के अंदर गया और उस व्यक्ति को बाहर निकाला जिसे अंदर खींच लिया गया था.
वाणिज्य दूतावास ब्रिटेन में है लेकिन उसकी मर्जी के बिना कोई प्रवेश नहीं कर सकता है. राजनयिक परिसर में किया गया कोई भी अपराध ब्रिटिश कानून के अधीन है, लेकिन कर्मचारियों को डिप्लोमैटिक इम्यूनिटी मिलती है.
कंजर्वेटिव पार्टी के पूर्व नेता इयान डंकन स्मिथ ने ट्विटर पर कहा कि ब्रिटेन सरकार को चीनी राजदूत से माफी मांगनी चाहिए और इसमें शामिल लोगों को चीन वापस भेज देना चाहिए. बीजिंग में कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस की शुरूआत होते ही प्रदर्शनकारी प्रदर्शन करने लगे थे. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि उन्होंने हांगकांग में स्थिति को अराजकता से शासन की तरफ लाने का काम किया है. वाणिज्य दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने मुख्य द्वार पर चीनी राष्ट्रपति की अपमानजनक तस्वीर लगा दी थी. यह किसी भी देश के किसी भी राजनयिक और कांसुलर मिशन के लिए असहनीय और अस्वीकार्य है तथा हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. एक प्रवक्ता ने बीबीसी से कहा कि ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस को इस घटना की जानकारी थी.
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