बर्मिंघम:
अमेरिका के दक्षिण-पूर्वी राज्यों में आए भयंकर तूफान के कारण अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार करीब दर्जन भर से ज्यादा तूफान ने दक्षिण-पूर्व के छह राज्यों को अपनी चपेट में लिया और कई शहरों को बुरी तरह तबाह कर दिया। सबसे ज्यादा क्षति अल्बामा राज्य को हुई है जहां 149 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के गवर्नर रॉबर्ट बेंटली ने अधिकारिक रूप से 131 मौतों की पुष्टि की है। दूसरी तरफ राष्ट्रपति ओबामा ने कहा है कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण प्रभावित हुए दक्षिण-पूर्वी राज्य में राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई जाएगी। इसके अलावा अल्बामा, अरकंसास, केंटुकी, मिसीसिपी, मिसौरी, टेनिशी और ओकलाहामा राज्यों में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है और इन राज्यों के गवर्नरों ने राहत और बचाव अभियान में नेशनल गार्ड की सहायता मांगी है। राष्ट्रीय मौसम सेवा (एनडब्ल्यूएस) की प्राथमिक रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले शुक्रवार से अब तक कुल 300 से ज्यादा तूफान आ चुके हैं। इसमें से 130 से ज्यादा तूफान तो बृहस्पतिवार को ही दर्ज किए गए। वहीं राष्ट्रीय मौसम सेवा के तूफान आंकलन केंद्र से जुड़ी और मौसम विज्ञानी डेव एमी ने कहा कि साल 1974 के बाद तूफान के कारण हुई मौतों का यह आंकड़ा सर्वाधिक है। साल 1974 में तूफान से 315 लोगों की मौत हो गई थी। अल्बामा राज्य के टस्कालूसा शहर के मेयर वॉल्टर मैडोक्स ने अमेरिकी समाचार चैनल सीएनएन को बताया कि तूफान के कारण उनके शहर के कई हिस्सों में भारी तबाही हुई है। एक स्थानीय अखबार बर्मिंघम न्यूज ने टस्कालूसा निवासी विल नेविन के हवाले से कहा, मैं और मेरी पत्नी टेलीविजन पर मौसम की रिपोर्ट देख रहे थे और ठीक इसी समय तूफान आ गया। इसके बाद हम बाथरूम की तरफ भागे। अल्बामा के गवर्नर रॉबर्ट बेंट्रली ने संवाददाताओं से कहा, यह बहुत ही भयंकर और प्रचंड आपदा है जिसने हमारे राज्य को प्रभावित किया है और यह अभी भी खत्म नहीं हुई है। उधर, एनडब्ल्यूएस ने अल्बामा, जॉर्जिया और मिसीसिपी में तूफान, ओलावृष्टि, बाढ़ और वज्रपात के खतरे को देखते हुए उच्च खतरे की चेतावनी जारी की है। इसने यह भी कहा है कि खराब मौसम ग्रेट लेक से गल्फ कोस्ट तक 21 राज्यों को अपनी चपेट में ले सकता है।
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अमेरिका, 300 लोग मौत