नई दिल्ली:
अमेरिका ने भारतीय वायु सेना के लिए प्रस्तावित 22 लड़ाकू हेलीकाप्टरों के समझौते के तहत दिए जाने वाले हथियारों के हिस्से के तहत अपनी विश्व प्रसिद्ध स्टिंगर मिसाइल के हवा से हवा में मार करने वाले संस्करण को भारत को देने का प्रस्ताव दिया है।
स्टिंगर मिसाइल के सतह से हवा में मार करने वाले संस्करण को वर्ष 1980 के दशक में अफगान युद्ध के दौरान रूसी हेलीकाप्टरों के बेड़े को मार गिराने का श्रेय दिया जाता है। पाकिस्तानी सेना ने वर्ष 1999 में इस मिसाइल का इस्तेमाल कर भारतीय वायु सेना के एक एमआई 17 हेलीकाप्टर को मार गिराया था।
इस मिसाइलों को बनाने वाली कंपनी रेथियान के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर ब्रैड बर्नार्ड ने कहा, ‘भारतीय वायु सेना के 22 लड़ाकू हेलीकाप्टरों के लिए जारी की गई निविदा हेतु अमेरिका सरकार ने अपाचे-64 डी का प्रस्ताव दिया जिसके हथियार पैकेज के तहत हमने स्टिंगर मिसाइल का प्रस्ताव दिया है।’ इस मिसाइल को सीधे अमेरिका सरकार ने विदेशी सैन्य बिक्री रास्ते के जरिए भारत को देने का प्रस्ताव दिया है। भारतीय वायु सेना इस समझौते को पूरा करने के अंतिम चरण में है और जल्द ही करार कर सकती है।
स्टिंगर मिसाइल के सतह से हवा में मार करने वाले संस्करण को वर्ष 1980 के दशक में अफगान युद्ध के दौरान रूसी हेलीकाप्टरों के बेड़े को मार गिराने का श्रेय दिया जाता है। पाकिस्तानी सेना ने वर्ष 1999 में इस मिसाइल का इस्तेमाल कर भारतीय वायु सेना के एक एमआई 17 हेलीकाप्टर को मार गिराया था।
इस मिसाइलों को बनाने वाली कंपनी रेथियान के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर ब्रैड बर्नार्ड ने कहा, ‘भारतीय वायु सेना के 22 लड़ाकू हेलीकाप्टरों के लिए जारी की गई निविदा हेतु अमेरिका सरकार ने अपाचे-64 डी का प्रस्ताव दिया जिसके हथियार पैकेज के तहत हमने स्टिंगर मिसाइल का प्रस्ताव दिया है।’ इस मिसाइल को सीधे अमेरिका सरकार ने विदेशी सैन्य बिक्री रास्ते के जरिए भारत को देने का प्रस्ताव दिया है। भारतीय वायु सेना इस समझौते को पूरा करने के अंतिम चरण में है और जल्द ही करार कर सकती है।
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