भारतीय मूल के प्रबंधक और अमेरिकी निवेश बैंक गोल्डमैन साक्स के पूर्व निदेशक रजत गुप्ता को भेदिया कारोबार के अपराध में अगले सप्ताह अपनी दो साल की सजा काटने के लिए जेल जाना होगा।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने मामले की दोबारा सुनवाई की उनकी अपील पर निर्णय होने तक उन्हें जमानत पर बने रहने की उनकी याचिका खारिज कर दी है। गुप्ता को 2012 में निदेशक मंडल की बैठक से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं अपने मित्र, सहयोगी और हेज फंड व्यवसायी राज राजारत्नम को देने का दोषी पाया गया है। उनकी जेल की सजा 17 जून से शुरू होनी है।
गुप्ता ने 10 जून को सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश रूथ बेडर गिन्सबर्ग के समक्ष याचिका में जमानत पर बाहर रहने अनुमति मांगी थी। गुप्ता अभी जमानत पर हैं। उन्होंने कहा कि वह भागने वाले नहीं हैं और न ही उनसे समुदाय को खतरा है। उन्होंने जिला न्यायालय द्वारा बाहर रहने की सारी शर्तों का अनुपालन किया है।
गिन्सबर्ग ने बुधवार को जारी आदेश में गुप्ता की फरियाद को ठुकरा दिया। हालांकि उन्होंने गुप्ता की अपील ठुकराने के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की। सजा सुनाने वाले जिला जज ने 65-वर्षीय गुप्ता को न्यूयॉर्क शहर से 70 मील उत्तर पश्चिम में ओटिसविले जेल में रखने का निर्देश दे रखा है। वह औसत सुरक्षा वाली जेल बताई जाती है।
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