वाशिंगटन:
‘सीमा पार’ से हुए उरी आतंकी हमले और उसके चलते सार्क शिखर सम्मेलन में हिस्सा न लेने के भारत के फैसले के बाद भारत और पाकिस्तान में जारी वाद विवाद के बीच, अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार सुसैन राइस ने अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद समेत सभी समूहों से निपटे तथा उनकी वैधता खत्म करे.
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक बयान में कहा, ‘‘राजदूत राइस ने बुधवार को डोभाल को फोन किया और 18 सितंबर को भारतीय सेना के उरी मुख्यालय में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने इस हमले में शहीद जवानों तथा उनके परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की.’ प्राइस ने कहा, ‘राजदूत राइस ने हमारी यह अपेक्षा दोहराई कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद समेत सभी समूहों, व्यक्तियों और उनसे संबद्ध गुटों से निपटने तथा उनकी वैधता खत्म करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करे.’ प्राइस ने कहा, ‘उन्होंने दुनिया भर में आतंकवाद के षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए अमेरिका के प्रयास दोगुने करने की राष्ट्रपति ओबामा की प्रतिबद्धता की दृढ़तापूर्वक पुन: पुष्टि की.’
प्राइस ने कहा ‘‘राजदूत राइस ने क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को आगे बढ़ाने के लिए भारत के साथ हमारी साझा प्रतिबद्धता पर चर्चा की और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए जाने सहित आतंकवाद की रोकथाम संबंधी मुद्दों पर सहयोग गहरा करने का संकल्प जताया.’ भारत ने उरी हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आंतकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद को दोषी ठहराया है. उरी आतंकी हमले के बाद बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में मंगलवार को, भारत ने ‘सीमा पार’ से बढ़ते आतंकी हमलों का हवाला देते हुये सार्क शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने की भी घोषणा की थी.
इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान स्थित अन्य आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर वर्ष 2010 में हुए संसद हमले और 2008 में हुए मुंबई हमलों समेत देश में भारतीय सेना और नागरिकों को निशाना बनाने के आरोप लगाये हैं. भारत चाहता है कि संयुक्त राष्ट्र जैश-ए-मुहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाये. वर्ष 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों में भूमिका के लिए लश्कर-ए-तैयबा के सह संस्थापक और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर एक करोड़ डॉलर का ईनाम घोषित किया गया है. वर्ष 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों में 166 लोगों की मौत हो गयी थी, जिसमें छह अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक बयान में कहा, ‘‘राजदूत राइस ने बुधवार को डोभाल को फोन किया और 18 सितंबर को भारतीय सेना के उरी मुख्यालय में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने इस हमले में शहीद जवानों तथा उनके परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की.’ प्राइस ने कहा, ‘राजदूत राइस ने हमारी यह अपेक्षा दोहराई कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद समेत सभी समूहों, व्यक्तियों और उनसे संबद्ध गुटों से निपटने तथा उनकी वैधता खत्म करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करे.’ प्राइस ने कहा, ‘उन्होंने दुनिया भर में आतंकवाद के षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए अमेरिका के प्रयास दोगुने करने की राष्ट्रपति ओबामा की प्रतिबद्धता की दृढ़तापूर्वक पुन: पुष्टि की.’
प्राइस ने कहा ‘‘राजदूत राइस ने क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को आगे बढ़ाने के लिए भारत के साथ हमारी साझा प्रतिबद्धता पर चर्चा की और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए जाने सहित आतंकवाद की रोकथाम संबंधी मुद्दों पर सहयोग गहरा करने का संकल्प जताया.’ भारत ने उरी हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आंतकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद को दोषी ठहराया है. उरी आतंकी हमले के बाद बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में मंगलवार को, भारत ने ‘सीमा पार’ से बढ़ते आतंकी हमलों का हवाला देते हुये सार्क शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने की भी घोषणा की थी.
इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान स्थित अन्य आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर वर्ष 2010 में हुए संसद हमले और 2008 में हुए मुंबई हमलों समेत देश में भारतीय सेना और नागरिकों को निशाना बनाने के आरोप लगाये हैं. भारत चाहता है कि संयुक्त राष्ट्र जैश-ए-मुहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाये. वर्ष 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों में भूमिका के लिए लश्कर-ए-तैयबा के सह संस्थापक और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर एक करोड़ डॉलर का ईनाम घोषित किया गया है. वर्ष 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों में 166 लोगों की मौत हो गयी थी, जिसमें छह अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं