
चीन और अमेरिका की तरफ से बुधवार को एक बड़ी खबर आई. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि अमेरिका एक समझौते के तहत चीन से मैग्नेट और दुर्लभ मिनिरल्स हासिल करेगा. साथ ही चीन से आने वाले सामान पर टैरिफ 55 फीसदी तक होगा. ट्रंप ने यह भी बताया है कि इन सबके बदले में अमेरिका चीनी स्टूडेंट्स को वीजा मुहैया कराएगा. ट्रुथ सोशल पोस्ट में ट्रंप ने इस बड़ी जानकारी के बारे में दुनिया को बताया.
चीन के साथ हो चुका है सौदा
ट्रंप ने लिखा, 'चीन के साथ हमारा सौदा हो चुका है राष्ट्रपति शी और मैंने इसे आखिरी मंजूरी दी है. फुल मैग्नेट और कोई भी जरूरी दुर्लभ मिनिरल्स, चीन की तरफ से एडवांस में सप्लाई किए जाएंगे. इसी तरह, हम चीन को वह देंगे जिस पर सहमति हुई है जिसमें हमारे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों का प्रयोग करने वाले चीनी स्टूडेंट्स शामिल हैं (जो मेरे लिए हमेशा अच्छा रहा है!). हमें कुल 55 प्रतिशत टैरिफ मिल रहा है और चीन को 10 फीसदी मिल रहा है.' ट्रंप ने आगे लिखा कि संबंध बहुत अच्छे हैं! इस मामले पर आपके ध्यान के लिए धन्यवाद!.'
क्या बोले अधिकारी
इससे पहले आज, चीन के डिप्टी पीएम ने कहा कि चीन, अमेरिका के साथ 'सहयोग को मजबूत करने' के लिए तैयार है. अमेरिकी और चीनी अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि वे अपने टैरिफ सीजफायर को वापस पटरी पर लाने और रेयर अर्थ पर चीन के निर्यात प्रतिबंधों को हटाने के लिए एक रूपरेखा पर सहमत हो गए हैं. जबकि लंबे समय से चल रहे व्यापार तनाव के लिए एक स्थायी समाधान के बहुत कम संकेत दिए हैं.
मंत्री ने दिया बयान
अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने भी मीडिया से कहा था कि रूपरेखा सौदा पिछले महीने जिनेवा में द्विपक्षीय प्रतिशोधात्मक टैरिफ को कम करने के लिए किए गए समझौते को और मजबूत करता है, जो तीन अंकों तक पहुंच गया था. यह सौदा लंदन में वार्ता की पृष्ठभूमि में हुआ है, जहां रेयर अर्थ निर्यात बातचीत का मुख्य मुद्दा मसला था. हालांकि, ट्रंप ने कहा है कि समझौता उनके और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तरफ से आखिरी मंजूरी के तहत है.
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