
- मिशिगन के ग्रैंड ब्लैंक में एक चर्च में गोलीबारी और आगजनी की घटना में चार लोग मारे गए और आठ घायल हुए
- हमलावर पूर्व अमेरिकी मरीन थॉमस जैकब सैनफोर्ड था जिसे पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में मार गिराया
- थॉमस जैकब सैनफोर्ड ने 2004 से 2008 तक अमेरिकी मरीन कॉर्प्स में सेवा दी और कई मेडल भी प्राप्त किए
Michigan Church Shooting: अमेरिका के मिशिगन चर्च से गोलीबारी की घटना सामने आई. अधिकारियों ने बताया कि रविवार को मिशिगन के ग्रैंड ब्लैंक में शख्स ने एक चर्च को निशाना बनाकर इमारत में आग लगा दी. इस घटना में कम से कम चार लोग मारे गए और आठ अन्य घायल हो गए. घटना रविवार तड़के (स्थानीय समयानुसार) डेट्रॉइट के उत्तर-पश्चिम में स्थित एक छोटे से समुदाय, चर्च ऑफ जीसस क्राइस्ट ऑफ लैटर-डे सेंट्स में हुई.
पुलिस ने रविवार शाम बताया कि जले हुए चर्च के मलबे से दो और शव बरामद किए गए, जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर चार हो गई. न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रैंड ब्लैंक टाउनशिप के पुलिस प्रमुख विलियम रेने ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हमलावर ने प्रार्थना सभा के दौरान पहले अपनी कार चर्च में घुसाई और असॉल्ट राइफल से वहां मौजूद लोगों के ऊपर गोलियां चला दीं.
कौन था हमलावर
पुलिस के अनुसार, 40 साल का जैकब इराक में तैनात एक पूर्व अमेरिकी सैनिक था. पुलिस प्रमुख विलियम रेने ने कहा कि टीम हमलावर के घर और फोन रिकॉर्ड की जांच करेगी ताकि इस घटना को अंजाम देने के पीछे के मकसद का पता लगाया जा सके.
आधिकारिक रिकॉर्ड का हवाला देते हुए, न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि शूटर थॉमस जैकब सैनफोर्ड ने 2004 में हाई स्कूल पूरा किया था. उसने 2004 से 2008 तक अमेरिकी मरीन (आर्मी) में सेवा दी थी. यूएस मरीन कॉर्प्स के एक प्रवक्ता ने NCB को बताया कि थॉमस जैकब सैनफोर्ड एक 'संगठनात्मक ऑटोमेटिव मैकेनिक' होने के साथ-साथ व्हिकल रिकवरी ऑपरेटर भी था. अपनी सर्विस के दौरान वह सार्जेंट पद तक पहुंचा था. उसने सर्विस के दौरान कई मेडर भी जीते थे, जिनमें मरीन कॉर्प्स गुड कंडक्ट मेडल, सी सर्विस डिप्लॉयमेंट रिबन, इराक कैंपेन मेडल, ग्लोबल वॉर ऑन टेररिज्म सर्विस मेडल और नेशनल डिफेंस सर्विस मेडल शामिल हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें इस भयावह चर्च गोलीबारी की जानकारी दी गई. यह गोलीबारी संयुक्त राज्य अमेरिका में ईसाइयों पर एक और लक्षित हमला प्रतीत होता है और एफबीआई घटनास्थल पर मौजूद है. हमारे देश में हिंसा की इस महामारी को तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए. मिशिगन की गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "ग्रैंड ब्लैंक समुदाय के लिए मेरा दिल टूट रहा है. कहीं भी, खासकर किसी पूजा स्थल पर हिंसा अस्वीकार्य है."
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