अमेरिकी बमवर्षक विमान बी-52 ने ‘ओसान एयर बेस’ के ऊपर से भरी उड़ान
वाशिंगटन/सोल:
उत्तर कोरिया के हाल ही में अपने प्रथम हाइड्रोजन बम का सफल परीक्षण किए जाने से कोरीयाई प्रायद्वीप में उपजे तनाव के बीच सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए अमेरिकी बी-52 बमवषर्कों ने एफ-16 और दक्षिण कोरियाई एफ-15 विमानों के साथ उत्तर कोरिया की सीमा के पास उड़ान भरी। बी-52 विमान परमाणु बम ले जाने में सक्षम है।
अमेरिकी प्रशांत कमान कमांडर एडमिरल हैरी बी हैरिस ने कहा, ‘यह दक्षिण कोरिया में, जापान में अपने साझेदारों के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन था।’ उन्होंने कहा, ‘उत्तर कोरिया का परमाणु परीक्षण उसके अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है। हिंद-एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य बल अपने क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे ताकि स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।’ उत्तर कोरिया की सीमा से करीब 100 किलोमीटर दूर ओसान एयर बेस के उपर पर दोनों देशों के विमानों की उड़ान ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच मजबूत साझेदारी का प्रदर्शन किया।
अमेरिका के साथ परमाणु युद्ध से बचने के लिए आत्म रक्षा के तौर पर प्रथम हाइड्रोजन बम परीक्षण को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के उचित ठहराए जाने के बाद सैन्य शक्ति का यह प्रदर्शन किया गया है। परीक्षण के बाद यह उनकी प्रथम टिप्पणी है।
किम के हवाले से कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि यह कदम कोरियाई प्रायद्वीप में शांति रक्षा के लिए और अमेरिका नीत साम्राज्यवादियों द्वारा पैदा किए गए परमाणु युद्ध के खतरे से क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक आत्मरक्षात्मक कदम है।
उन्होंने कहा कि यह एक संप्रभु राष्ट्र का वैध अधिकार है और एक निष्पक्ष कार्य है जिसकी कोई आलोचना नहीं कर सकता। अमेरिकी बमवषर्क एक यूएस एफ 16 और एक दक्षिण कोरियाई एफ-15 के साथ ‘ओसान एयर बेस’ के ऊपर से गुजरा। संयुक्त राष्ट्र कमान, संयुक्त बल कमान, अमेरिकी बल कोरिया कमांडर जनरल कुर्टीस एम स्कापारोट्टी ने कहा कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच करीबी सैन्य सहयोग सुनिश्चित करता है कि हम उनका किसी भी समय जवाब देने को तैयार हैं जो स्थिरता और सुरक्षा को खतरा पैदा करते हैं।
बी-52 बम वषर्कों की उड़ान के बाद उत्तर कोरिया की कोई फौरी प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अमेरिकी प्रशांत कमान कमांडर एडमिरल हैरी बी हैरिस ने कहा, ‘यह दक्षिण कोरिया में, जापान में अपने साझेदारों के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन था।’ उन्होंने कहा, ‘उत्तर कोरिया का परमाणु परीक्षण उसके अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है। हिंद-एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य बल अपने क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे ताकि स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।’ उत्तर कोरिया की सीमा से करीब 100 किलोमीटर दूर ओसान एयर बेस के उपर पर दोनों देशों के विमानों की उड़ान ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच मजबूत साझेदारी का प्रदर्शन किया।
अमेरिका के साथ परमाणु युद्ध से बचने के लिए आत्म रक्षा के तौर पर प्रथम हाइड्रोजन बम परीक्षण को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के उचित ठहराए जाने के बाद सैन्य शक्ति का यह प्रदर्शन किया गया है। परीक्षण के बाद यह उनकी प्रथम टिप्पणी है।
किम के हवाले से कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि यह कदम कोरियाई प्रायद्वीप में शांति रक्षा के लिए और अमेरिका नीत साम्राज्यवादियों द्वारा पैदा किए गए परमाणु युद्ध के खतरे से क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक आत्मरक्षात्मक कदम है।
उन्होंने कहा कि यह एक संप्रभु राष्ट्र का वैध अधिकार है और एक निष्पक्ष कार्य है जिसकी कोई आलोचना नहीं कर सकता। अमेरिकी बमवषर्क एक यूएस एफ 16 और एक दक्षिण कोरियाई एफ-15 के साथ ‘ओसान एयर बेस’ के ऊपर से गुजरा। संयुक्त राष्ट्र कमान, संयुक्त बल कमान, अमेरिकी बल कोरिया कमांडर जनरल कुर्टीस एम स्कापारोट्टी ने कहा कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच करीबी सैन्य सहयोग सुनिश्चित करता है कि हम उनका किसी भी समय जवाब देने को तैयार हैं जो स्थिरता और सुरक्षा को खतरा पैदा करते हैं।
बी-52 बम वषर्कों की उड़ान के बाद उत्तर कोरिया की कोई फौरी प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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