अमेरिका ने सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आईएएस) नियंत्रित तेल रिफाइनरियों पर बम गिराए। इस बीच राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जेहादियों के ‘मौत के नेटवर्क’ से मुकाबला करने के लिए और सहयोगियों को चुना है।
अमेरिका, सउदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के लड़ाकू विमानों ने पूर्वी सीरिया में तेल प्रतिष्ठानों पर बम गिराए। इन प्रतिष्ठानों की ओर से विद्रोही गुट से जेहादी गुट आईएस के उदय होने से लेकर कथित वैश्विक खतरा बनने तक आर्थिक मदद मिली है।
यह हमले ऐसे समय पर किए गए जब ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में एकत्र नेताओं से अपने गठबंधन में शामिल होने का आग्रह किया तथा विदेशी लड़ाकों के आने पर रोक लगाने संबंधी प्रस्ताव का समर्थन करने की अपील की।
बेल्जियम और नीदरलैंड ने जहां अपने लड़ाकू विमान इराक भेजने की प्रतिबद्धता जताई वहीं ब्रिटेन ने कहा कि उसकी संसद में कल इस संबंध में मतदान होगा।
ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र को इराक तथा सीरिया के बड़े हिस्से पर कब्जा कर चुके आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट के बारे में कहा, मौत के इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए अमेरिका व्यापक गठबंधन के साथ काम करेगा।
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