अमेरिका में हर सप्ताह 15 से 17 साल की करीब 1,700 किशोरियां मां बनती हैं। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सीडीसी की पत्रिका मोरबिडिटी एंड मोरैलिटी वीकली रिपोर्ट में मंगलवार को जारी रिपोर्ट के हवाले से बताया कि किशोरियों का मां बनना चिंता का विषय है, क्योंकि कानूनी रूप से वे वयस्क नहीं हैं।
अमेरिका में किशोरियों का मां बनना नैतिकता का मामला नहीं है, बल्कि उनके लिए चिंता की बात यह है कि कम उम्र में मां बनना न सिर्फ स्वास्थ्य की दृष्टि से खतरनाक है, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और चिकित्सकीय स्तर पर भी यह खतरनाक है।
सीडीसी के निदेशक टॉम फ्रीडेन ने एक बयान में कहा, हालांकि हमने किशोरियों के मां बनने के आंकड़ों में कमी लाने के प्रयास में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, लेकिन अब भी कई सारी लड़कियां किशोरावस्था में ही मां बन रही हैं।
यह रिपोर्ट 1991 से 2012 नेशनल वाइटल स्टैटिस्टिक्स सिस्टम और नेशनल सर्वे ऑफ फैमिली ग्रॉथ के सर्वे से प्राप्त किशोरों के स्वास्थ व्यवहार के आंकड़ों पर आधारित है। सीडीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, किशोरों के व्यवहार में अभिभावकों और पारिवारिक माहौल का खासा प्रभाव पड़ता है।
सीडीसी ने कहा कि किशोरावस्था में मां बनने का दुष्प्रभाव सभी क्षेत्रों में पड़ता है। स्कूली शिक्षा पूरी करना हो, कॉलेज में नामांकन कराना हो या रोजगार तलाशना। इसलिए किशोरियों में कम उम्र में मां बनने के आंकड़े को घटाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।
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