संयुक्त राज्य अमेरिका ने गुरुवार को मंकीपॉक्स को एक पब्लिक हैल्थ इमरजेंसी घोषित किया, जिससे इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में फंड और डेटा इकट्ठा करना और अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित हो सके. हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विस सेक्रेटरी जेवियर बेसेरा ने कहा कि हम इस वायरस के खिलाफ लड़ाई को अगले स्तर पर ले जाने के लिए तैयार हैं. हम हर अमेरिकी को मंकीपॉक्स को गंभीरता से लेने और वायरस से निपटने में हमारी मदद करने की जिम्मेदारी लेने की अपील करते हैं.
ये घोषणा फिलहाल 90 दिनों के लिए प्रभावी है. इसे आगे बढ़ाया जा सकता है. वैसे बता दें कि गुरुवार को देशभर में 6,600 नए मामले सामने आए, जिनमें से लगभग एक चौथाई न्यूयॉर्क से थे.विशेषज्ञों का ये भी मानना है कि ये संख्या बहुत अधिक हो सकती है, क्योंकि इसके लक्षण काफी कम हैं, जिसमें सिर्फ एक घाव भी शामिल है.
मूल रूप से मंकीपॉक्स और स्मॉलपॉक्स के लिए बने JYNNEOS टीके की अमेरिका ने अब तक 600,000 खुराकें वितरित की हैं, लेकिन लगभग 1.6 मिलियन लोगों की आबादी के अधिक जोखिम को देखते हुए ये संख्या कम ही है, जिन्हें वैक्सीन की सबसे अधिक जरूरत है.
अफ्रीका में मंकीपॉक्स के पिछले प्रकोपों के अलग अब ये वायरस मुख्य रूप से यौन गतिविधियों के माध्यम से फैलता है, लेकिन रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र का कहना है कि बिस्तर, कपड़े और लंबे समय तक आमने-सामने के संपर्क साझा करने सहित ये कई और तरीकों से भी फैलता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल में मंकीपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था.
भारत में भी मंकीपॉक्स के अब तक 9 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से एक मरीज की मौत हो गई है. मंकीपॉक्स को लेकर केंद्र ने विशेषज्ञों के साथ गुरुवार को बैठक की थी. इसे लेकर अधिकारी का कहना है कि यह मौजूदा दिशा निर्देशों पर पुनर्विचार के लिए की गयी एक तकनीकी बैठक थी.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं