पश्चिमी देशों समेत दुनियाभर के कई देशों ने यूक्रेन पर रूस के हमले की कड़ी निंदा की. साथ ही रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को और सख्त करने की प्रतिबद्धता जताई. वहीं, संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के प्रमुख ने संघर्ष को तुरंत खत्म करने की मांग की है. भारत ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हुए इस बात पर जोर दिया कि तत्काल तनाव खत्म करना प्राथमिकता है जबकि चीन ने कहा कि वह रूस की चिंताओं को "समझता" है. आइए जानते हैं कि यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर किस देश ने क्या प्रतिक्रिया दी.
भारत
भारत ने कहा है कि यदि रूस और यूक्रेन के बीच दुश्मनी पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यह एक बड़े संकट में तब्दील हो जाएगा जो इस क्षेत्र की शांति तथा सुरक्षा को कमजोर कर सकता है.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, "स्थिति के एक बड़े संकट में तब्दील होने का खतरा बन रहा है. हम हालिया घटनाक्रमों को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं, जिसे अगर सावधानी से नहीं संभाला गया तो यह क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर कर सकता है.''
तिरुमूर्ति ने कहा, "हम तत्काल तनाव कम करने और ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचने का आह्वान करते हैं, जो स्थिति को और बदतर कर सकती हो. हम सभी पक्षों से अलग-अलग हितों को पाटने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करने का आह्वान करते हैं."
अमेरिका
अभियान शुरू होने के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, "पूरी दुनिया की प्रार्थनाएं यूक्रेन के लोगों के साथ हैं क्योंकि उन्हें रूसी सैन्य बलों द्वारा अनुचित हमले का सामना करना पड़ रहा है."
उन्होंने चेतावनी दी, "इस हमले से होने वाली मौतों और विनाश के लिए अकेले रूस जिम्मेदार है." उन्होंने घोषणा कि, "दुनिया रूस को जवाबदेह ठहराएगा."
यूक्रेन
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने अपने देश पर रूस के आक्रमण की तुलना द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाज़ी जर्मनी के सैन्य अभियान से की.
जेलेंस्की ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा, "रूस ने यूक्रेन पर कायरतापूर्ण और आत्मघाती तरीके से हमला किया है, जैसे नाजी जर्मनी ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान किया था."
चीन
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बृहस्पतिवार को अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से फोन पर बात की. उन्होंने कहा कि "चीनी पक्ष रूस की सुरक्षा संबंधी चिंताओं को समझता है."
चीन ने यूक्रेन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ‘विशेष सैन्य अभियान' की निंदा करने से इंकार किया और सभी संबद्ध पक्षों से संयम बरतने तथा तनाव को अनियंत्रित होने से रोकने का आह्वान किया.
संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र के चीफ एंटोनियो गुतारेस ने सुरक्षा परिषद के आपात सत्र के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सीधी और व्यक्तिगत अपील की और उनसे "मानवता के नाम पर" हमले को रोकने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा,‘‘ मुझे कहना पड़ेगा राष्ट्रपति पुतिन: मानवता के नाम पर रूस में अपने सैनिकों को वापस लाइए. मानवता के नाम पर यूरोप में इसे शुरू करने की अनुमति नहीं दीजिए, जो सदी की शुरुआत के बाद से सबसे भयावह युद्ध हो सकता है, जिसके परिणाम न केवल यूक्रेन के लिए विनाशकारी हैं, न केवल रूसी संघ के लिए दुखद हैं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए दुखदायी हैं."
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के तौर पर मेरे कार्यकाल का यह सबसे दुखद क्षण है. संघर्ष हर हाल में रुकना चाहिए."
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