ब्रिटिश वित्त मंत्री ऋषि सुनक को पत्नी अक्षता मूर्ति की कर स्थिति को लेकर घेरा जा रहा है. हालांकि अब कर को लेकर लगाए आरोपों पर इनके प्रवक्ता ने एक बयान जारी किया है. जिसमें कहा है कि "अक्षता मूर्ति ने अपनी सभी यूके आय पर करों का भुगतान हमेशा किया है और इसे जारी रखेंगी". बता दें कि अक्षता मूर्ति आईटी सेवा कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं. इनके पास कंपनी का लगभग 0.93% हिस्सा है. अक्षता मूर्ति के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है. वे ब्रिटेन में भारतीय व्यापार से लाभांश पर कर का भुगतान करने के दायरे में नहीं आती हैं.
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रॉयटर्स के अनुसार मूर्ति के प्रवक्ता ने कहा कि भारत के नागरिक के रूप में, मूर्ति को ब्रिटिश कानून के तहत ब्रिटेन के कर उद्देश्यों के लिए गैर-अधिवासी माना जाता था. क्योंकि भारत अपने नागरिकों को एक साथ दूसरे देश की नागरिकता रखने की अनुमति नहीं देता है. इस बयान में आगे कहा गया कि लेकिन वे ब्रिटेन में उनकी सभी यूके आय पर कर का भुगतान करती हैं.
गुरुवार को ब्रिटेन के अखबारों में प्रमुखता से ये खबर छपी थी कि सरकार लाखों लोगों पर कर लगा रही है. विधायक और विपक्षी लेबर पार्टी में ट्रेजरी प्रवक्ता ट्यूलिप सिद्दीक ने इस मुद्दे पर ऋषि सुनक को घिरते हुए सवाल पूछा था कि क्या उन्हें अपनी पत्नी की कर स्थिति से लाभ हुआ है.
साल 2020 में बनें हैं मंत्री
ऋषि सुनक फरवरी 2020 में वित्त मंत्री बने हैं. यूके COVID-19 महामारी के कारण सबसे कठिन आर्थिक स्थितियों का सामना कर रहा है.
हालांकि ये पहला ऐसा मौका नहीं है. जब इनकी पत्नी को विपक्ष की ओर से घेरा गया हो. हाल ही में रूस में भारतीय सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी इन्फोसिस की मौजूदगी को लेकर भी ऋषि सुनक से सवाल किए गए थे. रूस पर कड़े प्रतिबंधों को लेकर भारतीय मूल के वित्त मंत्री से टेलीविजन साक्षात्कार के दौरान ‘स्काई न्यूज' की संवाददाता ने पूछा था कि क्या उनकी सलाह को उनके खुद के ‘घर' में ही पूरा नहीं किया गया है.
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