अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो के साथ पनामा में अमेरिका की 7वीं ऐतिहासिक शिखर बैठक के दौरान कहा कि क्यूबा के बारे में हमारे पास कुछ नया प्रयास करने का यही उचित समय है, क्योंकि पूर्व अमेरिकी नीति कारगर साबित नहीं हुई।
स्पेन की समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, आधी सदी में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच इस प्रथम मुलाकात की लंबे समय से प्रतीक्षा थी। यह मुलाकात पनामा के अटलापा कन्वेशन सेंटर में एक छोटे-से कमरे में हुई। इसी सेंटर में गोलार्ध के 35 देशों द्वारा आयोजित अमेरिका का 7वां शिखर सम्मेलन चल रहा है, जिसमें पहली बार क्यूबा को भी आमंत्रित किया गया है।
ओबामा और कास्त्रो एक-दूसरे के अगल-बगल बैठे थे। ओबामा ने कास्त्रो को दूसरे देश के राष्ट्रपति को व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में दिए जाने वाले सम्मान के जैसा ही सम्मान दिया।
ओबामा ने इस मुलाकात को ऐतिहासिक करार दिया और साथ ही यह भी कहा कि दोनों देशों का जटिल इतिहास है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "हम जानते हैं कि हम भविष्य की तरफ अग्रसर होने की राह पर कदम बढ़ाने की स्थिति में हैं।"
ओबामा के मुताबिक, अधिकांश अमेरिकी नागरिकों और क्यूबा के नागरिकों ने भी बीते दिसंबर महीने में उनके और कास्त्रो द्वारा कूटनीतिक संबंधों को सामान्य बनाने पर की गई घोषणा पर सकारात्मक रुख दिखाया है।
ओबामा ने कहा, "समय बीतने के साथ हमारे लिए पन्नों को पलटना और दोनों देशों के बीच नया संबंध विकसित करना संभव हो गया है।"
बीते बुधवार को फोन पर बातचीत के बाद शनिवार को ओबामा और कास्त्रो के बीच मुलाकात हुई और यह द्विपक्षीय कूटनीतिक संबंध की समीक्षा पर केंद्रित रही। इसमें वाशिंगटन और हवाना में दोनों देशों के दूतावासों को फिर से खोला जाने पर चर्चा शामिल रही।
दूतावासों को खोलने की तारीख अभी तय नहीं की गई और गुरुवार को हवाना में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी और क्यूबा के विदेश मंत्री ब्रूनो रॉड्रिग्ज के बीच हुई तीन घंटे की मुलाकात पर भी चर्चा हुई। विदेश मंत्रियों के बीच हुई वार्ता शनिवार से पहले क्यूबा और अमेरिका के बीच सर्वोच्च कूटनीतिक संपर्क था।
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