इस्लामाबाद:
पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में फांसी की सजा का सामना कर रहे भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर हुए जानलेवा हमले की घटना में दो कैदियों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है।
'न्यूज इंटरनेशनल' की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के मुख्य आरोपी आमिर और मुदस्सर के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है। शुक्रवार को हुए इस हमले में सरबजीत के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, दोनों कैदियों ने बैरक नम्बर 7 के दरवाजे के खुलते ही सरबजीत पर हमला कर दिया।
सरबजीत पिछले 21 सालों से तथा मुद्दस्सर 2005 और आमिर 2009 से इस जेल में है। पंजाब प्राइजंस डिपार्टमेंट के एक सूत्र ने बताया कि सरबजीत बैरक नम्बर 7 में रह रहे थे तथा उन्हें टहलने के लिए शाम पांच बजे चारदिवारी से घिरे आंगन में निकाला गया था। उसी वक्त इस बैरक नम्बर 7-ए और 7-बी के दो कैदियों ने उन पर धारदार हथियार से हमला किया।
सूत्र के मुताबिक, अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि हमलावरों को यह हथियार कहां और कैसे उपलब्ध हुआ। उसने बताया कि यह आंगन चारों तरफ से घिरा हुआ और यहां किसी के लिए हमला करना आसान नहीं था।
'न्यूज इंटरनेशनल' की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के मुख्य आरोपी आमिर और मुदस्सर के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है। शुक्रवार को हुए इस हमले में सरबजीत के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, दोनों कैदियों ने बैरक नम्बर 7 के दरवाजे के खुलते ही सरबजीत पर हमला कर दिया।
सरबजीत पिछले 21 सालों से तथा मुद्दस्सर 2005 और आमिर 2009 से इस जेल में है। पंजाब प्राइजंस डिपार्टमेंट के एक सूत्र ने बताया कि सरबजीत बैरक नम्बर 7 में रह रहे थे तथा उन्हें टहलने के लिए शाम पांच बजे चारदिवारी से घिरे आंगन में निकाला गया था। उसी वक्त इस बैरक नम्बर 7-ए और 7-बी के दो कैदियों ने उन पर धारदार हथियार से हमला किया।
सूत्र के मुताबिक, अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि हमलावरों को यह हथियार कहां और कैसे उपलब्ध हुआ। उसने बताया कि यह आंगन चारों तरफ से घिरा हुआ और यहां किसी के लिए हमला करना आसान नहीं था।
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