हक्कानी नेटवर्क के एक प्रमुख कमांडर बदरूद्दीन हक्कानी और शीर्ष पाकिस्तानी तालिबान कमांडर मुल्ला दादुल्ला की अफगानिस्तान और पाकिस्तान के कबायली इलाके में अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई।
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वाशिंगटन / इस्लामाबाद:
अल-कायदा से जुड़े हक्कानी नेटवर्क के एक प्रमुख कमांडर बदरूद्दीन हक्कानी और शीर्ष पाकिस्तानी तालिबान कमांडर मुल्ला दादुल्ला की अफगानिस्तान और पाकिस्तान के कबायली इलाके में अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई।
अफगान कबीलाई नेता जलालुद्दीन हक्कानी का बेटा बदरूद्दीन हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख और अपने भाई सिराजुद्दीन के बाद दूसरे नंबर पर माना जाता है। बदरूद्दीन के बारे में कहा जा रहा है कि वह पाकिस्तान के तालिबान नियंत्रित कबायली एजेंसी में 18 अगस्त से किए गए पांच ड्रोन हमलों में से किसी एक में मारा गया। उत्तरी वजीरिस्तान में हक्कानी नेटवर्क के परंपरागत गढ़ माने जाने वाले शावल घाटी में चार मिसाइल हमले किए गए।
अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि वह संभवत: 21 अगस्त को मिरानशाह के नजदीक हमले में मारा गया। इन लगातार हमलों के बाद इस्लामाबाद में हाल के दिनों में सबसे कड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ और विदेश मंत्रालय ने एक अमेरिकी राजनयिक को समन किया गया और हमलों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया गया।
बदरूद्दीन करीब 30 साल का था और मिरानशाह शूरा परिषद का सदस्य था। मिरानशाह शूरा परिषद अफगानिस्तान तालिबान के चार क्षेत्रीय कमांड में से एक है, जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान में आतंकवादियों के सभी क्रियाकलापों को नियंत्रित करता है।
अफगान कबीलाई नेता जलालुद्दीन हक्कानी का बेटा बदरूद्दीन हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख और अपने भाई सिराजुद्दीन के बाद दूसरे नंबर पर माना जाता है। बदरूद्दीन के बारे में कहा जा रहा है कि वह पाकिस्तान के तालिबान नियंत्रित कबायली एजेंसी में 18 अगस्त से किए गए पांच ड्रोन हमलों में से किसी एक में मारा गया। उत्तरी वजीरिस्तान में हक्कानी नेटवर्क के परंपरागत गढ़ माने जाने वाले शावल घाटी में चार मिसाइल हमले किए गए।
अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि वह संभवत: 21 अगस्त को मिरानशाह के नजदीक हमले में मारा गया। इन लगातार हमलों के बाद इस्लामाबाद में हाल के दिनों में सबसे कड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ और विदेश मंत्रालय ने एक अमेरिकी राजनयिक को समन किया गया और हमलों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया गया।
बदरूद्दीन करीब 30 साल का था और मिरानशाह शूरा परिषद का सदस्य था। मिरानशाह शूरा परिषद अफगानिस्तान तालिबान के चार क्षेत्रीय कमांड में से एक है, जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान में आतंकवादियों के सभी क्रियाकलापों को नियंत्रित करता है।
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