तालिबान (Taliban) अगले सप्ताह चीन (China) के बेल्ट एंड रोड फोरम में भाग लेगा. एक प्रवक्ता ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी है. उन्होंने तालिबान प्रशासन को किसी भी सरकार द्वारा औपचारिक रूप से मान्यता नहीं देने के बावजूद बीजिंग के बढ़ते आधिकारिक संबंधों को रेखांकित किया है. तालिबान के अधिकारियों और मंत्रियों ने कई बार क्षेत्रीय बैठकों में भाग लिया है, जिनमें से ज्यादातर अफगानिस्तान पर केंद्रित थीं. हालांकि बेल्ट एंड रोड फोरम सबसे बड़े बहुपक्षीय समिट में से एक है, जिसमें भाग लेने के लिए उसे आमंत्रित किया गया है.
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, मंगलवार और बुधवार को होने वाला यह आयोजन बीजिंग में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वाकांक्षी वैश्विक बुनियादी ढांचे और ऊर्जा पहल की 10वीं वर्षगांठ का प्रतीक है, जिसे वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए प्राचीन सिल्क रोड के पुनर्निर्माण के रूप में प्रस्तुत किया गया है.
मंत्रालय के प्रवक्ता अखुंदजादा अब्दुल सलाम जवाद ने रॉयटर्स को एक टेक्स्ट मैसेज में बताया कि तालिबान के वाणिज्य और उद्योग के कार्यवाहक मंत्री हाजी नूरुद्दीन अजीजी आगामी दिनों में बीजिंग की यात्रा करेंगे. उन्होंने कहा, "वह इसमें भाग लेंगे और अफगानिस्तान में बड़े निवेशकों को आमंत्रित करेंगे."
अफगानिस्तान को गरीब देशों में शुमार किया जाता है, हालांकि देश प्रचुर मात्रा में खनिज संसाधन उपलब्ध करा सकता है. खान मंत्री ने 2010 में अनुमान लगाया था कि अफगानिस्तान में तांबे से लेकर सोने और लिथियम तक के अप्रयुक्त भंडार हैं, जिसकी कीमत 1 ट्रिलियन डॉलर से 3 ट्रिलियन डॉलर तक है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि आज उनका मूल्य कितना है.
चीन पूर्वी अफगानिस्तान में संभावित विशाल तांबे की खदान को लेकर पिछली विदेश समर्थित सरकार के तहत शुरू की गई योजनाओं को लेकर तालिबान के साथ बातचीत कर रहा है.
अखुंदजादा ने कहा कि अजीजी चीन तक सीधी पहुंच प्रदान करने के लिए उत्तरी अफगानिस्तान में एक पतली, पहाड़ी पट्टी वाखन गलियारे के माध्यम से एक सड़क बनाने की योजना पर बीजिंग में चर्चा जारी रखेंगे.
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