इस्लामाबाद:
क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने इमरान खान का कहना है कि तालिबान का पाकिस्तानी संविधान के तहत सरकार से बात करने की इच्छा जाहिर करने से उन लोगों से नकाब हट गया है, जिन्होंने शरिया को आतंकवाद के साथ जोड़ने की कोशिश की है।
जियो न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान ने कहा कि सरकार के साथ हुए पिछले नौ समझौते में तालिबान ने कभी भी शरिया लागू करने की मांग नहीं की, इसके बाद पाकिस्तानी संविधान के अनुसार शरिया के खिलाफ कोई कानून नहीं बनाया गया।
इमरान ने कहा कि तालिबानी आतंकवाद अमेरिकी युद्ध की वजह से पैदा हुआ है और आतंकवादियों ने पाकिस्तान को अमेरिकी युद्ध से अलग करने और ड्रोन हमले को बंद करने की मांग की थी।
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