सीरिया के गृह युद्ध के हल के लिए आरंभ हुई शांति वार्ता में राष्ट्रपति बशर अल असद के भविष्य को लेकर तीखी नोक-झोंक भी हुई, जिससे इस वार्ता के पूरी तरह शुरू होने से पहले ही इसके नाकाम होने का खतरा मंडराने लगा है।
मांट्रियक्स में वार्ता शुरू होने के कुछ ही घंटों के अंदर दोनों पक्ष एक-दूसरे के विचारों से दूर दिखाई पड़े। असद के प्रतिनिधियों और पश्चिमी देश समर्थित विपक्षी सीरिया नेशनल कोलिशन ने सीरियाई लोगों के हित में बोलने का दावा किया।
अमेरिका और सीरियाई विपक्ष ने यह कहते हुए सम्मेलन की शुरुआत की कि असद ने एक शांतिपूर्ण आंदोलन का दमन कर शासन करने का औचित्य खो दिया है। अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी ने कहा, हमें सचमुच में वास्तविकता के साथ निपटने की जरूरत है। वहीं सीरियाई जवाब भी कठोर और कुंद नजर आया।
सीरिया के सूचना मंत्री ओमन अल जौबी ने दिन के भाषण के समाप्त होने पर संवाददाताओं से कहा कि सत्ता का हस्तांतरण नहीं होगा और राष्ट्रपति अपने पद पर बने रहेंगे।
सीरिया के विदेशमंत्री वालिद अल मोलेम ने गुस्से में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून से कहा, आप न्यूयॉर्क में रहते हैं। मैं सीरिया में रहता हूं। मुझे इस मंच पर सीरिया की आवाज उठाने का हक है। तीन साल के इंतजार के बाद यह अधिकार मुझे मिला है।
उधर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने सीरिया के पक्षों से कहा कि अब समय आ गया है कि बातचीत के जरिये रक्तपात का अंत किया जाए। उन्होंने कहा, हमारा मकसद सीरिया के दोनों पक्षों और जनता को एक संदेश भेजना है कि दुनिया संघर्ष का तत्काल अंत चाहती है।
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