- बांग्लादेश में चुनाव शेड्यूल के बाद राजनीतिक हिंसा में बढ़ी है, जिसमें निर्दलीय नेता की हत्या शामिल है.
- शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद उनके भाई उमर हादी ने अंतरिम सरकार पर चुनाव टालने की कोशिश का आरोप लगाया है.
- उमर हादी ने सरकार से हत्यारों का शीघ्र ट्रायल कराने और चुनावी माहौल को सुरक्षित रखने की मांग की है.
बांग्लादेश में इस समय जो हालात हैं, वह दुनिया के लिए गहरी चिंता का विषय है. चुनाव शेड्यूल के ऐलान के बाद से राजनीतिक हिंसा में भी तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है. हाल ही में ढाका-8 से निर्दलीय उम्मीदवार और इकबाल मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. उस्मान हादी के भाई शरीफ उमर हादी अब मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर हमलावर हैं. उनके बयान से ऐसा लग रहा है कि हेश हसीना को हटाए जाने के बाद आए यूनुस को भी हटाने की तैयारी शुरू हो गई है.
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उमर ने आरोप लगाया कि यूनुस की अंतरिम सरकार के लोगों ने आगामी चुनावों को टालने के लिए उनके भाई की हत्या करवाई है. उमर ने मंगलवार को ये बाद शाहबाग में आयोजित इंकलाब मंच के 'शहीदी शपथ' कार्यक्रम में कही. यूनुस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “उस्मान हादी को आपने ही मरवाया है. अब आप इसे मुद्दा बनाकर चुनाव को नाकाम करने की कोशिश कर रहे हैं.” उमर ने कहा कि यूनुस को भी बांग्लादेश छोड़कर भागना पड़ेगा.
ढाका में उस्मान हादी को मार गई थी गोली
बता दें कि 12 दिसंबर को ढाका में उस्मान हादी को गोली मारी गई थी. जिसके बाद उनको इलाज के लिए सिंगापुर भेजा गया था. 10 दिसंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. बता दें कि बांग्लादेश में अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले इसे लेकर सियासी गहमागहमी तेज हो गई है.
चुनाव टालने के लिए हत्या करवाने का आरोप
द डेली स्टार के मुताबिक, उमर ने आगे कहा कि उनके भाई ने फरवरी तक नेशनल चुनाव कराने का समर्थन किया और बांग्लादेशी अधिकारियों से चुनाव के माहौल में रुकावट न डालने को कहा. इकबाल मंच के सदस्य सचिव अब्दुल्ला अल जाबेर ने हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए अंतरिम सरकार को दिए गए 30-वर्किंग-डे के अल्टीमेटम को एक बार फिर से दोहराया.
इंसाफ नहीं मिला तो आंदोलन शुरू करेंगे
सोमवार को इंकलाब मंच ने धमकी दी थी कि अगर हादी की हत्या में इंसाफ नहीं मिला, तो वे यूनुस की अंतरिम सरकार को गिराने के लिए एक आंदोलन शुरू करेंगे.
ढाका में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, अब्दुल्ला अल जाबेर ने कहा कि 20 दिसंबर को हादी के अंतिम संस्कार के दौरान 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया, लेकिन यह अंतरिम सरकार के गृह सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी या बांग्लादेशी अधिकारियों की तरफ से कोई कार्रवाई किए बिना ही खत्म हो गया.
न्यायिक कार्रवाई 30 वर्किंग डेज में पूरी करने की मांग
उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्रालय की ब्रीफिंग में न तो गृह सलाहकार और न ही उनके विशेष सहायक शामिल हुए. यह इस घटना को हल्का दिखाने की कोशिश है. इकबाल मंच ने गृह सलाहकार, उनके खास सहायक और कानूनी सलाहकार से तुरंत इस्तीफे की भी मांग की. इकबाल मंच के लोगों ने इन्हें हादी की हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया और मामले में न्यायिक कार्रवाई एक स्पीडी ट्रायल ट्रिब्यूनल के जरिए ज्यादा से ज्यादा 30 वर्किंग डेज के अंदर पूरी करने की मांग की.
इनपुट- IANS के साथ
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