आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्द (फाइल फोटो)
अंकारा:
दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं द्वारा महिलाओं को ध्यान में रखते हुए समावेशी आर्थिक वृद्धि पर जोर दिए जाने के लिए डब्ल्यू20 की शुरुआत की गई है। इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्द ने कहा है कि महिलाओं के हितों की सिर्फ बात करना ही काफी नहीं है, बल्कि इस बारे में सभी वादों को पूरा किए जाने की जरूरत है।
लेगार्द ने कहा कि हालांकि आईएमएफ अब तक महिला केंद्रित मुद्दों पर बहुत ध्यान नहीं दे रहा था, लेकिन इसकी महत्ता समझ में आने के बाद उसे इसका अध्ययन करना होगा।
उन्होंने कहा, 'इस दिशा में अब हम जो अगला कदम उठाने जा रहे हैं वह इसका कार्यान्वयन है। हम जब भी किसी देश में नया कार्य्रकम शुरू करेंगे तो इस (उस देश में महिलाओं) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।'
आईएमएफ प्रमुख ने कहा, 'यह केवल समझ नहीं है कि महिलाओं के सशक्तिकरण से आर्थिक वृद्धि मजबूत होगी, इससे प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है और असमानता को दूर करने में मदद मिलती है।'
लेगार्द ने अपना उदाहरण देते हुए कहा, 'मैं राजनीति में रही और अगुआ रही। मैं निजी क्षेत्र में रही और अगुवा रही। मैं एक बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठन में हूं और अगुवा (प्रमुख) हूं।'
हालांकि उन्होंने यहा डब्ल्यू20 समूह की शुरुआत के अवसर पर मौजूदा महिला नेताओं से अपील की कि वे उनसे किए गए वादों को पूरा करना सुनिश्चित करें।
लेगार्द ने कहा, 'सिर्फ बातें ही काफी नहीं हैं। बड़ी बातों को लेकर सतर्क रहें। जरूरत तो कार्यान्वयन के सत्यापन की है, क्योंकि ऐसे मीठे वादे किए जा सकते हैं जो पूरे न हों। आपसे अगर कोई वादा किया जाता है तो आप उसकी पुष्टि जरूत करें।'
लेगार्द ने कहा कि हालांकि आईएमएफ अब तक महिला केंद्रित मुद्दों पर बहुत ध्यान नहीं दे रहा था, लेकिन इसकी महत्ता समझ में आने के बाद उसे इसका अध्ययन करना होगा।
उन्होंने कहा, 'इस दिशा में अब हम जो अगला कदम उठाने जा रहे हैं वह इसका कार्यान्वयन है। हम जब भी किसी देश में नया कार्य्रकम शुरू करेंगे तो इस (उस देश में महिलाओं) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।'
आईएमएफ प्रमुख ने कहा, 'यह केवल समझ नहीं है कि महिलाओं के सशक्तिकरण से आर्थिक वृद्धि मजबूत होगी, इससे प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है और असमानता को दूर करने में मदद मिलती है।'
लेगार्द ने अपना उदाहरण देते हुए कहा, 'मैं राजनीति में रही और अगुआ रही। मैं निजी क्षेत्र में रही और अगुवा रही। मैं एक बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठन में हूं और अगुवा (प्रमुख) हूं।'
हालांकि उन्होंने यहा डब्ल्यू20 समूह की शुरुआत के अवसर पर मौजूदा महिला नेताओं से अपील की कि वे उनसे किए गए वादों को पूरा करना सुनिश्चित करें।
लेगार्द ने कहा, 'सिर्फ बातें ही काफी नहीं हैं। बड़ी बातों को लेकर सतर्क रहें। जरूरत तो कार्यान्वयन के सत्यापन की है, क्योंकि ऐसे मीठे वादे किए जा सकते हैं जो पूरे न हों। आपसे अगर कोई वादा किया जाता है तो आप उसकी पुष्टि जरूत करें।'
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