ह्यूस्टन:
भारतीय अमेरिकी सुनीता विलियम्स ने गुरुवार को अपने साथी अंतरिक्ष यात्री के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलकर महत्वपूर्ण रेडियर सिस्टम में अमोनिया लीक का पता लगाने का प्रयास किया। इसी के साथ सुनीता ने अंतरिक्ष में चहल कदमी का नया रिकॉर्ड बना लिया है।
नासा के एक बयान के अनुसार, अभियान कमांडर सुनीता विलियम्स एवं फ्लाइट इंजीनियर अकी होशहाइड ने अंतरराष्ट्रीय समय के अनुसार शाम पांच बजकर 59 मिनट पर अपने स्पेससूट को शुरू किया ताकि बैटरी पावर शुरू हो सके। इसके साथ ही उनका अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर आज साढ़े छह घंटे का प्रवास शुरू हो गया।
बयान के अनुसार अंतरिक्ष में चहलकदमी के दौरान 47 वर्षीय सुनीता और होशहाइड स्टेशन के निचले हिस्से में पोर्ट की ओर से बाहर निकले। उन्हें 2बी सोलर एरे पाव चैनल के फोटोवोल्टिक थर्मल कंट्रोल सिस्टम (पीवीटीसीएस) को बनाना है ताकि अमोनिया लीक की समस्या को ठीक किया जा सके।
इसमें कहा गया कि दोनों अंतरिक्ष यात्री पीवीटीसीएस से पी6 ट्रस को अलग करेंगे ताकि फोटोवोल्टिक रेडिएटर को अलग करेंगे। दोनों इसमें से जाने और बाहर निकलने वाले अमोनिया के प्रवाह को रोककर उसका एक अलग रेडिएटर के जरिये प्रवाह करेंगे ताकि पीवीटीसीएस काम करना जारी रख सके।
सुनीता की यह सातवीं अंतरिक्ष चहलकदमी है। उन्होंने पिछली छह चहलकदमियों में 44 से अधिक घंटे बिताकर महिला अंतरिक्ष यात्री का रिकॉर्ड बनाया था।
नासा के एक बयान के अनुसार, अभियान कमांडर सुनीता विलियम्स एवं फ्लाइट इंजीनियर अकी होशहाइड ने अंतरराष्ट्रीय समय के अनुसार शाम पांच बजकर 59 मिनट पर अपने स्पेससूट को शुरू किया ताकि बैटरी पावर शुरू हो सके। इसके साथ ही उनका अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर आज साढ़े छह घंटे का प्रवास शुरू हो गया।
बयान के अनुसार अंतरिक्ष में चहलकदमी के दौरान 47 वर्षीय सुनीता और होशहाइड स्टेशन के निचले हिस्से में पोर्ट की ओर से बाहर निकले। उन्हें 2बी सोलर एरे पाव चैनल के फोटोवोल्टिक थर्मल कंट्रोल सिस्टम (पीवीटीसीएस) को बनाना है ताकि अमोनिया लीक की समस्या को ठीक किया जा सके।
इसमें कहा गया कि दोनों अंतरिक्ष यात्री पीवीटीसीएस से पी6 ट्रस को अलग करेंगे ताकि फोटोवोल्टिक रेडिएटर को अलग करेंगे। दोनों इसमें से जाने और बाहर निकलने वाले अमोनिया के प्रवाह को रोककर उसका एक अलग रेडिएटर के जरिये प्रवाह करेंगे ताकि पीवीटीसीएस काम करना जारी रख सके।
सुनीता की यह सातवीं अंतरिक्ष चहलकदमी है। उन्होंने पिछली छह चहलकदमियों में 44 से अधिक घंटे बिताकर महिला अंतरिक्ष यात्री का रिकॉर्ड बनाया था।
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