ह्यूस्टन:
रिकॉर्डधारी भारतीय अमेरिकी नासा अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और दो अन्य अंतरिक्षयात्री चार महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद रविवार को धरती पर वापस आएंगे।
अपनी रवानगी से पहले विलियम्स ने शनिवार को औपचारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की कमान अपने सहयोगी नासा अंतरिक्षयात्री केविन फोर्ड को सौंप दी।
विलियम्स जापान एयरोस्पेस एक्प्लोरेशन एजेंसी के अकी होशीदे और रूसी सोयुज कमांडर यूरी मालेनचेंको के साथ आज धरती पर लौटेंगी।
एक्पेडिशन कमांडर 33 (अभियान की कमांडर) सुनीता विलियम्स मालेनचेंको और होशीदे के साथ अंतरिक्ष स्टेशन में मध्य जुलाई से थीं। अब अभियान 34 आरंभ हो गया है।
विलियम्स ने कमान सौंपने के दौरान कहा, ‘‘हमने इस यान को अच्छी स्थिति में छोड़ा है और केविन को इसे सौंपते हुए मुझे काफी गर्व हो रहा है। अब हम जल्द ही घर पहुंचने वाले हैं और यान की जिम्मेदारी भी एक जिम्मेदार व्यक्ति के हाथ में होगी।’’
25 अक्टूबर को स्टेशन पहुंचने के बाद फोर्ड ने अभियान 33 में फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर यहां काम करना शुरू किया था और अब वे अभियान 34 के कमांडर होंगे। उसी दौरान सोयुज टीएमए-05 एम विलियम्स, होशीदे और मालेनचेंको को लेकर अंतरिक्ष स्टेशन से कजाखस्तान की धरती पर उतरने के लिए शाम पांच बज कर 26 मिनट (ईस्टर्न स्टैंडर्ड समयानुसार) पर रवाना होगा।
15 जुलाई से कजाखस्तान से लॉन्च के बाद उनकी यह यात्रा 127 दिनों तक चली जिसमें 125 दिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए।
नासा के अंतरिक्षयात्री टॉम मार्शबर्न, कनाडा अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्षयात्री क्रिस हैडफील्ड और रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी के अंतरिक्षयात्री रोमन रोमानेंको 19 दिसंबर को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे और दो दिन बाद अंतरिक्ष स्टेशन की पांच महीने की यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचेंगे।
मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे।
अपनी रवानगी से पहले विलियम्स ने शनिवार को औपचारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की कमान अपने सहयोगी नासा अंतरिक्षयात्री केविन फोर्ड को सौंप दी।
विलियम्स जापान एयरोस्पेस एक्प्लोरेशन एजेंसी के अकी होशीदे और रूसी सोयुज कमांडर यूरी मालेनचेंको के साथ आज धरती पर लौटेंगी।
एक्पेडिशन कमांडर 33 (अभियान की कमांडर) सुनीता विलियम्स मालेनचेंको और होशीदे के साथ अंतरिक्ष स्टेशन में मध्य जुलाई से थीं। अब अभियान 34 आरंभ हो गया है।
विलियम्स ने कमान सौंपने के दौरान कहा, ‘‘हमने इस यान को अच्छी स्थिति में छोड़ा है और केविन को इसे सौंपते हुए मुझे काफी गर्व हो रहा है। अब हम जल्द ही घर पहुंचने वाले हैं और यान की जिम्मेदारी भी एक जिम्मेदार व्यक्ति के हाथ में होगी।’’
25 अक्टूबर को स्टेशन पहुंचने के बाद फोर्ड ने अभियान 33 में फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर यहां काम करना शुरू किया था और अब वे अभियान 34 के कमांडर होंगे। उसी दौरान सोयुज टीएमए-05 एम विलियम्स, होशीदे और मालेनचेंको को लेकर अंतरिक्ष स्टेशन से कजाखस्तान की धरती पर उतरने के लिए शाम पांच बज कर 26 मिनट (ईस्टर्न स्टैंडर्ड समयानुसार) पर रवाना होगा।
15 जुलाई से कजाखस्तान से लॉन्च के बाद उनकी यह यात्रा 127 दिनों तक चली जिसमें 125 दिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए।
नासा के अंतरिक्षयात्री टॉम मार्शबर्न, कनाडा अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्षयात्री क्रिस हैडफील्ड और रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी के अंतरिक्षयात्री रोमन रोमानेंको 19 दिसंबर को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे और दो दिन बाद अंतरिक्ष स्टेशन की पांच महीने की यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचेंगे।
मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे।
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