वाशिंगटन:
नासा का अनुमान है कि अगले कुछ महीनों में मंगल ग्रह पर वैश्विक धूल का तूफान आ सकता है. इससे यह लाल ग्रह कोहरे की मोटी परत में लिपट जाएगा और यहां की सतही आकृतियां उसके नीचे छिप जाएंगी.
अगले तूफान का पैटर्न भी अगर पिछले जैसा ही होता है तो मंगल ग्रह पर वैश्विक धूल के तूफान का अनुमान लगाना और भी आसान हो जाएगा. इसका फायदा भविष्य के अंतरिक्ष यात्रियों को मिलेगा.
कैलिफोर्निया स्थित नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के प्लेनेटरी वैज्ञानिक जेम्स शिर्ले ने कहा, ‘इतिहास के पैटर्न के आधार पर हम मानते हैं कि अगले कुछ हफ्ते या महीनों में वैश्विक धूल का तूफान आ सकता है.’ मंगल ग्रह पर धूल के स्थानीय तूफान आते रहते हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अगले तूफान का पैटर्न भी अगर पिछले जैसा ही होता है तो मंगल ग्रह पर वैश्विक धूल के तूफान का अनुमान लगाना और भी आसान हो जाएगा. इसका फायदा भविष्य के अंतरिक्ष यात्रियों को मिलेगा.
कैलिफोर्निया स्थित नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के प्लेनेटरी वैज्ञानिक जेम्स शिर्ले ने कहा, ‘इतिहास के पैटर्न के आधार पर हम मानते हैं कि अगले कुछ हफ्ते या महीनों में वैश्विक धूल का तूफान आ सकता है.’ मंगल ग्रह पर धूल के स्थानीय तूफान आते रहते हैं.
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