विज्ञापन
This Article is From Jul 16, 2022

'पूरी क्षमता से मातृभूमि की रक्षा की और आगे भी करता रहूंगा' : श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे

अर्थव्यस्था को संभालने में सरकार की नाकामी के चलते श्रीलंका में तेज हुए विरोध प्रदर्शनों के चलते बुधवार को राजपक्षे देश से भाग गए थे.

श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे.

कोलंबो:

श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने अपने त्यागपत्र में खुद का बचाव करते हुए कहा उन्होंने पूरी क्षमता के साथ मातृभूमि की रक्षा की और भविष्य में भी ऐसा ही करते रहेंगे. राजपक्षे के इस त्यागपत्र को शनिवार को संसद के विशेष सत्र के दौरान पढ़ा गया. उनके इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति पद के लिए हुई रिक्ति की घोषणा करने के सिलसिले में संक्षिप्त समय के लिए श्रीलंकाई संसद की बैठक हुई. अर्थव्यस्था को संभालने में सरकार की नाकामी के चलते श्रीलंका में तेज हुए विरोध प्रदर्शनों के चलते बुधवार को राजपक्षे देश से भाग गए थे. 

सिंगापुर से राजपक्षे द्वारा भेजे गए त्यागपत्र को संसद के 13 मिनट के सत्र के दौरान पढ़ा गया. राजपक्षे ने अपने त्यागपत्र में श्रीलंका की अर्थव्यवस्था के बदतर होने के लिए कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि उन्होंने आर्थिक मंदी का मुकाबला करने के लिए सर्वदलीय सरकार बनाने की कोशिश करने जैसे बेहतरीन कदम उठाए.

श्रीलंका संकट: कैसा है राष्ट्रपति भवन का हाल, देखें NDTV की ग्राउंड रिपोर्ट

राजपक्षे ने त्यागपत्र में लिखा, 'मैंने पूरी क्षमता के साथ मातृभूमि की रक्षा की और भविष्य में भी ऐसा ही करता रहूंगा.' उन्होंने कहा कि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद तीन महीने के अंदर पूरी दुनिया कोविड-19 की चपेट में आ गई.

राजपक्षे ने कहा, ''मैंने उस समय पहले से ही खराब आर्थिक माहौल से विवश होने के बावजूद लोगों को महामारी से बचाने के लिए कार्रवाई की.''

उन्होंने कहा, '2020 और 2021 के दौरान मुझे लॉकडाउन का आदेश देने के लिए मजबूर होना पड़ा और विदेशी मुद्रा की स्थिति बिगड़ गई. मेरे विचार में, मैंने स्थिति से निपटने के लिए एक सर्वदलीय या राष्ट्रीय सरकार बनाने का सुझाव देकर सबसे अच्छा कदम उठाया.'

Sri Lanka में Gotabaya ने तोड़ा राष्ट्रपति पद का ये रिकॉर्ड, विक्रमसिंघे के कंधों फिलहाल ज़िम्मेदारी : 10 बातें

राजपक्षे ने पत्र में कहा, 'नौ जुलाई को पार्टी नेताओं की इच्छा के बारे में पता चलने के बाद मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया.'

वह बुधवार को मालदीव भाग गए थे और इसके बाद बृहस्पतिवार को सिंगापुर पहुंच गए. सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि न तो राजपक्षे ने शरण मांगी है और न ही उन्हें शरण दी गई है तथा उन्हें ''निजी यात्रा'' के लिए देश में प्रवेश की अनुमति दी गई.

श्रीलंका संसद में नए राष्ट्रपति के चयन की प्रक्रिया शुरू, 20 तारीख को होगा चुनाव

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
इजरायल से जानी दुश्मनी, शिया-सुन्नी की भी गिरा डाली दीवार, जानें हिजबुल्लाह की पूरी कहानी
'पूरी क्षमता से मातृभूमि की रक्षा की और आगे भी करता रहूंगा' : श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे
डेमोक्रेटिक कन्वेंशन में कमला हैरिस को मशाल सौंपेंगे जो बाइडेन, 10 प्वॉइंट्स में जानें
Next Article
डेमोक्रेटिक कन्वेंशन में कमला हैरिस को मशाल सौंपेंगे जो बाइडेन, 10 प्वॉइंट्स में जानें
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com