सना:
यमन के राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह ने सत्ता के शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से हस्तांतरण की इच्छा जताई है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या वह अपना पद छोड़ने संबंधी खाड़ी देशों के प्रस्ताव को स्वीकार करने को तैयार हैं या नहीं। यमन के राजनीतिक संकट को खत्म करने के लिए खाड़ी सहयोग परिषद की कोशिश की सराहना करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें सत्ता हस्तांतरण करने में कोई ऐतराज नहीं है। गौरतलब है कि उनका यह बयान खाड़ी देशों की उस अपील के एक दिन बाद आया है, जिसके तहत उनसे अपने कनिष्ठ अधिकारी को आसानी से सत्ता हस्तांतरित करने का मार्ग प्रशस्त करने को कहा गया था। सालेह अपने शासन के खिलाफ अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शनों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते कतर के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था जिसमें उनसे पद छोड़ने को कहा गया था। उन्होंने इसे यमन के मामलों में खुल्लम-खुल्ला हस्तक्षेप करार दिया था। इस बीच, विपक्षी प्रदर्शनकारियों ने हजारों की संख्या में सना, तैज, हुदाईक्ष, इब आदि शहरों में प्रदर्शन किया है।
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सालेह, सत्ता