खारकीव में रूसी सेना की भीषण बमबारी, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच आज पोलैंड दौरे पर होंगे बाइडेन, 10 बातें

Russia Ukraine War: खारकीव में रात को रूस की सेना ने भीषण बमबारी की है. इस दौरान खारकीव में धमाके गूंजते रहे. वहीं अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन आज पोलैंड दौरे पर यूक्रेन सीमा के न‍िकट होंगे.

खारकीव में रूसी सेना की भीषण बमबारी, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच आज पोलैंड दौरे पर होंगे बाइडेन, 10 बातें

रूसी सेना ने खारकीव पर भीषण बमबारी की है. (फाइल फोटो)

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच की जंग लंबी खिंच रही है. यूक्रेन के कई शहरों पर रूस की भीषण बमबारी जारी है. साथ ही बयानबाजी का सिलसिला जारी है तो रूस और उसके सहयोगियों पर लगभग रोजाना नए प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. खारकीव में रात को रूस की सेना ने भीषण बमबारी की है. इस दौरान शहर में रह-रहकर धमाके गूंजते रहे और लोग दहल उठे. वहीं अमेरिका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन आज पोलैंड के दौरे पर हैं, जहां बाइडेन यूक्रेन की सीमा के नजदीक होंगे. हाल ही में बाइडेन ने कहा है कि अगर रूस यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करता है तो उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) जवाब देगा. तीसरे विश्‍व युद्ध की आशंका के चलते बाइडेन का यह बयान बेहद अहम माना जा रहा है. पेश है रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़ी 10 बड़ी बातें.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. रूस ने खारकीव पर अपने हमलों को और तेज कर दिया है. हालत ये है कि रात भर खारकीव पर रूसी सेना ने भीषण गोलाबारी की है. खारकीव के पूर्वी इलाके में रूस ने बमबारी की है, जिसमें रात के दौरान शहर से धमाकों की आवाजें गूंजती रहीं और आग लगने से रोशनी होती रही.  

  2. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन आज पोलैंड दौरे पर हैं. व्हाइट हाउस ने कहा है कि इस दौरान बाइडेन यूक्रेन की सीमा के नजदीक रेजजो में होंगे. यूक्रेन की सीमा से लगभग 80 किलोमीटर दूर रेजजो में पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा की ओर से बाइडेन का स्वागत किया जाएगा. 

  3. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अगर रूस यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करता है तो उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) जवाब देगा. ब्रसेल्स में नाटो मुख्यालय में नाटो शिखर सम्मेलन और ग्रुप ऑफ सेवन की बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान बाइडेन ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण पर को लेकर यह टिप्‍पणी की है.

  4. ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको और उनके परिवार के सदस्यों के साथ-साथ रूस टुडे, स्ट्रैटेजिक कल्चर सहित विभिन्‍न संगठनों के वरिष्ठ संपादकों सहित 22 रूसियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्रालय ने कहा कि बेलारूस की सरकार का यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर हमले में रूस और उसके सैन्य बलों को रणनीतिक सहायता प्रदान करना जारी है.  

  5. जापान 25 और रूसी व्यक्तियों की संपत्ति जब्त करेगा. साथ ही 81 रूसी संगठनों के निर्यात पर रोक लगाएगा. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा है. प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि जापान रूस को सबसे पसंदीदा राष्ट्र व्यापार का दर्जा देने के लिए कदम उठाएगा और इसे डिजिटल संपत्ति का उपयोग करके वित्तीय प्रतिबंधों से बचने से रोकेगा. 

  6. पेंटागन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन में संघर्ष से रूस कमजोर होगा और अलग-थलग हो जाएगा. उन्‍होंने कहा कि रूस सैन्य, आर्थिक, राजनीतिक और भू-राजनीतिक रूप से कमजोर और अधिक अलग-थलग होगा. 

  7. कनाडा ने घोषणा की है कि वह यूक्रेन पर मास्को के आक्रमण के बाद सहयोगियों के सामने आ रही आपूर्ति की कमी को दूर करने में मदद करने के लिए तेल निर्यात को लगभग पांच प्रतिशत बढ़ा देगा.

  8. भारतीय कंपनियों का रूस के कच्चे तेल और गैस क्षेत्रों में निवेश मूल्य प्रभावित हो सकता है. इसका कारण आयात पर पाबंदी तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से भविष्य में नकदी सृजन क्षमता पर असर पड़ने की आशंका है. गुरुवार को मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने यह कहा. सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी), ऑयल इंडिया लि. (ओआईएल), इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) का रूस में तेल एवं गैस उत्पादन संपत्तियों में निवेश है. 

  9. रूस में भारतीय सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी इन्फोसिस की मौजूदगी को लेकर ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक को सवालों का सामना करना पड़ा. इस भारतीय कंपनी में सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति की हिस्सेदारी है. रूस पर कड़े प्रतिबंधों को लेकर भारतीय मूल के वित्त मंत्री से सवाल किया गया कि क्या उनकी सलाह को उनके खुद के ‘घर' में ही पूरा नहीं किया गया है. सुनक इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं. 

  10. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को लेकर ब्रिटेन 65 और कंपनियों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगा रहा है. उसके लक्ष्यों में रूस का सबसे बड़ा निजी बैंक और एक महिला शामिल है जिसे ब्रिटिश सरकार ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की सौतेली बेटी बताया है.