मास्को:
भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूती प्रदान करते हुए रूसी संसद ने आज एक द्विपक्षीय वीजा समझौते संबंधी विधेयक पर अपनी मोहर लगा दी जिसका मकसद व्यापार , वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक आदान प्रदान एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से वीजा नियमों को सरल बनाना है। रूसी संसद के उपरी सदन फेडरेशन कौंसिल ने दोनों देशों की सरकारों के बीच हुए वीजा समझौते को हरी झंडी दिखा दी। निचला सदन ड्यूमा इसे कुछ दिन पहले ही पारित कर चुका है। रूस और भारत के बीच यह समझौता 21 दिसंबर 2010 को दिल्ली में संपन्न हुआ था। इसके तहत सरकारी प्रतिनिधिमंडलों, व्यापारियों , उद्योग तथा वाणिज्य मंडलों के प्रतिनिधियों, वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और सृजनात्मक आदान प्रदान, स्कूली बच्चों, छात्रों, शोधार्थियों तथा पर्यटकों के लिए वीजा नियमों को सरल बनाया गया है। फेडरेशन कौंसिल ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी है। संसद द्वारा पारित होने के बाद अब यह विधेयक हस्ताक्षर के लिए राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव के पास भेजा जाएगा।