काठमांडू:
नेपाल के वित्त मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि भूकंप से तबाह उनके देश के पुनर्निर्माण पर 500 अरब रुपये से अधिक का खर्च आएगा और उन्होंने देश को पटरी पर लाने के लिए दीर्घकालिक सहयोग मांगा।
दानकर्ता एजेंसियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए वित्त मंत्री राम शरण माहात ने कहा कि पुनर्निर्माण का प्रारंभिक अनुमानित खर्च 500 अरब रुपये से अधिक है और फिलहाल 200 अरब रुपये का कोष गठित कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि लड़खड़ा गई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक चुनौती है। क्योंकि अर्थव्यवस्था पर 25 अप्रैल के भूकंप का बहुत बुरा असर पड़ा है। इस भूकंप की वजह से नेपाल में 8400 से अधिक लोगों की जान चली गई।
उन्होंने कहा कि मूलभूत जरूरतें पूरा करने के लिए तत्काल अल्पकालिक सहयोग की जरूरत है, जबकि पुनर्निर्माण के लिए दीर्घकालिक सहयोग की आवश्यकता है। सरकार उसके लिए दीर्घकालिक योजना पर काम कर रही है।
नेपाल में 25 अप्रैल को आए भूकंप और उसके बाद के झटकों की वजह से 10 लाख निजी एवं सार्वजनिक मकान एवं भवन पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। सेवा, उद्योग, कृषि, पर्यटन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसे कई अन्य क्षेत्रों पर भी भूकंप ने बहुत बुरा असर डाला।
भूकंप से 10 अरब डॉलर तक का नुकसान हुआ
नेपाल सरकार ने कहा कि इस विनाशकारी भूकंप और उसके बाद आए झटकों से राष्ट्र को करीब 10 अरब डॉलर तक का नुकसान हुआ है।
वित्त मंत्री ने कहा, '25 अप्रैल के भूकंप और उसके बाद आए झटकों से देश को पांच से दस अरब डॉलर तक का नुकसान हुआ है।' वित्त मंत्री ने कहा कि लड़खड़ा गई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक चुनौती है। क्योंकि अर्थव्यवस्था पर 25 अप्रैल के भूकंप का बहुत बुरा असर पड़ा है। इस भूकंप की वजह से नेपाल में 8,400 से अधिक लोगों की जान चली गई।
दानकर्ता एजेंसियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए वित्त मंत्री राम शरण माहात ने कहा कि पुनर्निर्माण का प्रारंभिक अनुमानित खर्च 500 अरब रुपये से अधिक है और फिलहाल 200 अरब रुपये का कोष गठित कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि लड़खड़ा गई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक चुनौती है। क्योंकि अर्थव्यवस्था पर 25 अप्रैल के भूकंप का बहुत बुरा असर पड़ा है। इस भूकंप की वजह से नेपाल में 8400 से अधिक लोगों की जान चली गई।
उन्होंने कहा कि मूलभूत जरूरतें पूरा करने के लिए तत्काल अल्पकालिक सहयोग की जरूरत है, जबकि पुनर्निर्माण के लिए दीर्घकालिक सहयोग की आवश्यकता है। सरकार उसके लिए दीर्घकालिक योजना पर काम कर रही है।
नेपाल में 25 अप्रैल को आए भूकंप और उसके बाद के झटकों की वजह से 10 लाख निजी एवं सार्वजनिक मकान एवं भवन पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। सेवा, उद्योग, कृषि, पर्यटन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसे कई अन्य क्षेत्रों पर भी भूकंप ने बहुत बुरा असर डाला।
भूकंप से 10 अरब डॉलर तक का नुकसान हुआ
नेपाल सरकार ने कहा कि इस विनाशकारी भूकंप और उसके बाद आए झटकों से राष्ट्र को करीब 10 अरब डॉलर तक का नुकसान हुआ है।
वित्त मंत्री ने कहा, '25 अप्रैल के भूकंप और उसके बाद आए झटकों से देश को पांच से दस अरब डॉलर तक का नुकसान हुआ है।' वित्त मंत्री ने कहा कि लड़खड़ा गई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक चुनौती है। क्योंकि अर्थव्यवस्था पर 25 अप्रैल के भूकंप का बहुत बुरा असर पड़ा है। इस भूकंप की वजह से नेपाल में 8,400 से अधिक लोगों की जान चली गई।
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