लाहौर:
पाकिस्तान में चुनावी सुधार की मांग करते हुए व्यापक जनविरोध का नेतृत्व करने वाले तेजतर्रार धार्मिक नेता ताहिर-उल-कादरी ने घोषणा की है कि वह खुद या उनका परिवार आने वाले आम चुनाव नहीं लड़ेंगे। ऐसा करके वह वंशवादी राजनीति को हतोत्साहित करना चाहते हैं।
कादरी ने संवाददाताओं से कहा, मेरी पत्नी, दो बेटे, बेटियां, बहुएं और दामाद चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि इसमें कोई कानूनी बाधा नहीं है, लेकिन मैंने यह फैसला इसलिए लिया है, ताकि वंशवादी राजनीति को हतोत्साहित कर सकूं।
वैसे दूसरे राजनैतिक दलों के नेताओं का मानना है कि कादरी ने मई में संभावित चुनावों में खड़े न होने का फैसला इसलिए लिया है, ताकि वह अपनी कनाडियाई राष्ट्रीयता को बरकरार रख सकें।
पाकिस्तानी कानून के तहत चुनाव लड़ने के लिए किसी उम्मीदवार को अपनी दोहरी नागरिकता छोड़नी पड़ती है। तहरीक मिनहाज-उल-कुरान के प्रमुख कादरी ने अपनी पाकिस्तान आवामी तहरीक पार्टी के आम चुनावों में भाग लेने के बारे में विरोधाभासी बयान दिए थे।
कादरी ने संवाददाताओं से कहा, मेरी पत्नी, दो बेटे, बेटियां, बहुएं और दामाद चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि इसमें कोई कानूनी बाधा नहीं है, लेकिन मैंने यह फैसला इसलिए लिया है, ताकि वंशवादी राजनीति को हतोत्साहित कर सकूं।
वैसे दूसरे राजनैतिक दलों के नेताओं का मानना है कि कादरी ने मई में संभावित चुनावों में खड़े न होने का फैसला इसलिए लिया है, ताकि वह अपनी कनाडियाई राष्ट्रीयता को बरकरार रख सकें।
पाकिस्तानी कानून के तहत चुनाव लड़ने के लिए किसी उम्मीदवार को अपनी दोहरी नागरिकता छोड़नी पड़ती है। तहरीक मिनहाज-उल-कुरान के प्रमुख कादरी ने अपनी पाकिस्तान आवामी तहरीक पार्टी के आम चुनावों में भाग लेने के बारे में विरोधाभासी बयान दिए थे।
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