विज्ञापन

महंगाई के आगे पाकिस्तान का सरेंडर, 75 रुपये में बिक रहा एक टमाटर

सब्जियों की बढ़ती कीमतों के पीछे बड़ी वजह अफगानिस्तान के साथ चल रहा तनाव बताया जा रहा है. दरअसल, हाल ही में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर हमले किए, जिसके बाद दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ गया.

महंगाई के आगे पाकिस्तान का सरेंडर, 75 रुपये में बिक रहा एक टमाटर
  • पाकिस्तान में अफगानिस्तान के साथ तनाव के कारण बॉर्डर बंद होने से सब्जियों की सप्लाई में भारी कमी आई है.
  • टमाटर की कीमतें 600 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं, जिससे आम जनता को गंभीर आर्थिक परेशानी हो रही है.
  • प्याज की कीमतें कराची में 220 रुपये और लाहौर-इस्लामाबाद में 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी हैं.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
इस्‍लामाबाद:

अफगानिस्‍तान के साथ जंग अब पाकिस्‍तान को बहुत मंहगी पड़ने लगी है. देश के अहम बॉर्डर बंद हैं और जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. मुल्‍क में टमाटर की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. पाकिस्तान में इन दिनों महंगाई भयानक रूप में है. यहां पर अवाम परेशान है और सड़कों पर गुस्सा फूट पड़ा है. आपको जानकर हैरानी होगी देश में एक टमाटर की कीमत 75 रुपये है और यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि देश के एक सांसद ने यह बात कही है. 

600 रुपये किलो टमाटर 

पाकिस्तान में खाना पकाने में टमाटर का बड़े पैमाने पर प्रयोग होता है.  अब यही सब्‍जी सबसे बड़ा सिरदर्द बन गई है. पाकिस्तानी के एक सांसद ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने कहा है कि 'मैं 75 रुपए का एक टमाटर लेकर आया हूं क्योंकि यहां टमाटर 600 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. बताया जा रहा है कि सिर्फ एक महीने में टमाटर की कीमतों में 400 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है. अवाम के बढ़ते गुस्से को देखकर शहबाज शरीफ सरकार हरकत में आई और उसने ईरान से टमाटर मंगवाने का फैसला किया. 

प्‍याज से लेकर धनिया तक महंगा 

परेशानी सिर्फ टमाटर तक सीमित होती तो भी बेहतर होता लेकिन यही स्थिति प्‍याज के साथ भी है. प्याज के दाम भी आसमान छू रहे हैं. कराची में लोगों को 220 रुपए प्रति किलो प्याज खरीदना पड़ रहा है, जबकि लाहौर और इस्लामाबाद में प्याज 200 रुपए किलो तक बिक रहा है. देश में लहसुन 400 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है, जबकि अदरक 750 रुपये तक पहुंच गया है. मटर 500 रुपये प्रति किलो पर बिक रहे हैं.

शिमला मिर्च की कीमत घटकर 300 रुपये प्रति किलो हो गई है और भिंडी भी इसी रेट पर बिक रही है. खीरा 150 रुपये प्रतिकिलो और लोकल लाल गाजर 200 रुपये प्रति किलो मिल रहे हैं. लोकल नींबू 300 रुपये प्रति किलो पर हैं, जबकि धनिया, जो पहले फ्री मिलता था, अब एक छोटे गुच्छे के लिए 50 रुपये में मिल रहा है.

क्‍या है इसकी वजह 

सब्जियों की बढ़ती कीमतों के पीछे बड़ी वजह अफगानिस्तान के साथ चल रहा तनाव बताया जा रहा है. दरअसल, हाल ही में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर हमले किए, जिसके बाद दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ गया. बॉर्डर पर स्थिति बिगड़ने से अफगानिस्तान से सब्जियों की सप्लाई रुक गई है. इसी वजह से पाकिस्तानी बाजारों में टमाटर और प्याज की भारी कमी हो गई है और लोग अब महंगे टमाटर-प्याज के आंसू रोने को मजबूर हैं. 


 

 
  
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com