- PM मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए दोनों ही देशों के मजबूत रिश्तों का जिक्र किया
- पीएम मोदी ने भारत और इथियोपिया के राष्ट्रगीतों को मातृभूमि की रक्षा और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बताया
- उन्होंने भारत के वसुधैव कुटुम्बकम के विचार को इथियोपिया के अडिस अबाबा से जोड़ते हुए एकजुटता की बात कही
प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि इस शानदार बिल्डिंग में, आपके कानून बनते हैं, यहीं लोगों की मर्ज़ी राज्य की मर्ज़ी बनती है, और जब राज्य की मर्ज़ी लोगों की मर्ज़ी से मिलती है, तो परियोजनाओं का पहिया आगे बढ़ता है. आपके ज़रिए, मैं खेतों में काम करने वाले आपके किसानों से, नए आइडिया बनाने वाले उद्यमियों से, समुदायों को लीड करने वाली महिलाओं से, और इथियोपिया के उन युवाओं से भी बात कर रहा हूं जो भविष्य को आकार दे रहे हैं. पीएम मोदी ने जब अपना संबोधन खत्म किया तो एक मिनट तक तालियां बजती रही.

प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' और इथियोपिया का राष्ट्रगान, दोनों हमारी ज़मीन को मां कहते हैं. वे हमें अपनी विरासत, संस्कृति, सुंदरता पर गर्व करने और मातृभूमि की रक्षा करने के लिए प्रेरित करते हैं.
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि मैं इथोयोपिया आकर घर जैसा महसूस कर रहा हूं. क्योंकि भारत में मेरा गृह प्रदेश भी शेरों का घर है. मैं इस समय इथोयोपिया के लोकतंत्र के मंदिर में हूं. उन्होंने संबोधन में इथोयोपिया की राजधानी अडिस अबाबा और अयोध्या का कनेक्शन भी जोड़ा कि चाहे हम कहीं भी रहें, भारत में हम वसुधैव कुटुम्बकम कहते हैं.
भारत और इथियोपिया की जलवायु और भावना, दोनों में गर्मजोशी: PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और इथियोपिया का जलवायु और भावना, दोनों में गर्मजोशी है. लगभग 2000 साल पहले, हमारे पूर्वजों ने बड़े समुद्रों के पार रिश्ते बनाए थे. हिंद महासागर के पार, व्यापारी मसालों और सोने के साथ यात्रा करते थे, लेकिन उन्होंने सिर्फ़ सामान का ही व्यापार नहीं किया; उन्होंने विचारों और जीवन शैली का भी आदान-प्रदान किया.
अदीस और धोलेरा जैसे बंदरगाह सिर्फ़ व्यापार केंद्र नहीं थे, बल्कि सभ्यताओं के बीच पुल थे. आधुनिक समय में, हमारे रिश्ते एक नए युग में प्रवेश करते हैं, जब 1941 में भारतीय सैनिकों ने इथियोपिया की आज़ादी के लिए इथियोपियाई लोगों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी."
भारतीय कंपनियां इथियोपिया में सबसे बड़े निवेशक: PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय कंपनियां इथियोपिया में सबसे बड़े निवेशकों में से हैं. उन्होंने अलग-अलग सेक्टरों में 5 बिलियन डॉलर से ज़्यादा का निवेश किया है और 75000 से ज़्यादा नौकरियां पैदा की हैं. हमने भारत-इथियोपिया द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक ले जाने का फैसला किया है.
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