अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर (Pfizer) और बायोएनटेक (BioNTech) ने सोमवार को कहा कि उनकी COVID-19 वैक्सीन 12 से 15 साल के बच्चों में दूसरी खुराक के चार महीने बाद 100 प्रतिशत प्रभावी रही है. कंपनियों ने दावा किया कि नया डेटा, जिसमें 2,228 परीक्षण प्रतिभागी शामिल थे, संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया भर में वैक्सीन के पूर्ण अनुमोदन के लिए उनके आवेदनों के समर्थन में मददगार साबित होगा.
कंपनी की ओर से कहा गया है कि वैक्सीन की दोनों खुराक के बाद कम से कम छह महीने के फॉलोअप में किसी भी शख्स में कोई गंभीर सुरक्षा चिंता नहीं देखी गई. Pfizer के सीईओ अल्बर्ट बौर्ला ने एक बयान में कहा, "चूंकि वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय दुनिया भर में टीकाकरण करने वाले लोगों की संख्या बढ़ाने के लिए काम करता है, इसलिए ये अतिरिक्त डेटा किशोरों में हमारे टीके की सुरक्षा और प्रभावशीलता प्रोफ़ाइल में और अधिक विश्वास प्रदान करते हैं."
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उन्होंने कहा, "यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि हम कुछ क्षेत्रों में इस आयु वर्ग में COVID-19 संक्रमण में बढ़ोत्तरी की दरों को देखते हैं, जबकि वैक्सीन लेने वाले इलाकों में संक्रमण की गति धीमी हो गई है. हम इन आंकड़ों को FDA और अन्य नियामकों के साथ साझा करने के लिए तत्पर हैं."
अमेरिका द्वारा मई में इस टीके को किशोरों के लिए "आपातकालीन उपयोग " की मंजूरी दी गई थी. यह टीका वर्तमान में केवल 16 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों में पूरी तरह से स्वीकृत है. कंपनी द्वारा पेश 2,228 प्रतिभागियों में से, बिना किसी पूर्व संक्रमण के 30 सिम्प्टोमेटिक कोविड मामले थे, ये सभी प्लेसीबो समूह में थे.
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यह 100 प्रतिशत की वैक्सीन प्रभावकारिता से मेल खाती है. लिंग, जाति, मोटापे के स्तर और सहरुग्णता की स्थिति में भी वैक्सीन की प्रभावशीलता ऊंची थी. हालांकि, इस आयु वर्ग के बीच वैक्सीन से जुड़ी मुख्य सुरक्षा चिंता पुरुषों में मायोकार्डिटिस (दिल की सूजन) है लेकिन ऐसे मामले बहुत ही कम हैं.
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