
- पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा बताने पर कड़ी आपत्ति जताई है.
- पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने अफगान राजदूत को तलब कर जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में अपनी आपत्तियां जताई हैं.
- पाकिस्तान ने इस बयान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों का उल्लंघन बताया है.
पाकिस्तान भारत-तालिबान की दोस्ती से बौखलाया हुआ है. वजह हैजम्मू-कश्मीर पर दिया बयान. इस बयान की वजह से पाकिस्तान ने शनिवार को अफगान राजदूत को तलब कर लिया. दरअसल एक दिन पहले नई दिल्ली में जारी भारत-अफगानिस्तान संयुक्त बयान में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा बताया था. पाकिस्तान ने इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है.
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पाक ने अफगान राजदूत को क्यों किया तलब?
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अतिरिक्त विदेश सचिव (पश्चिम एशिया और अफगानिस्तान) ने संयुक्त बयान में जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में अफगान राजदूत को पाकिस्तान की कड़ी आपत्तियों से अवगत कराया. यह बताया गया कि जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा बताना संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों का स्पष्ट उल्लंघन है.
अफगानिस्तान की किस बात से पाक को लगी मिर्ची?
बता दें कि अफगानिस्तान ने अपने बयान में अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और भारत की जनता और सरकार के प्रति संवेदना और एकजुटता जताई थी. भारत और अफगानिस्तान के बयान के मुताबिक, दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय देशों से उत्पन्न सभी आतंकवादी कृत्यों की स्पष्ट रूप से निंदा की और क्षेत्र में शांति, स्थिरता और आपसी विश्वास को बढ़ावा देने के महत्व पर ज़ोर दिया था. पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताई है. बता दें कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी छह दिवसीय भारत यात्रा पर दिल्ली में हैं. इसी दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर पर बयान जारी किया था
इनपुट- भाषा के साथ.
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