पाकिस्तान (Pakistan) फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (Financial Action Task Force) की 'ग्रे लिस्ट' में बना रहेगा. गुरुवार को आतंकवाद के वित्तीय पोषण (Terror Financing) के खिलाफ वैश्विक संस्था ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (United Nation) द्वारा नामित आतंकियों (Terrorists) जैसे भारत के मोस्ट वांटेड हाफिज सईद (Hafiz Saeed) और मसूद अजहर (Masood Azhar) के साथ ही उनके नेतृत्व वाले समूहों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में बताने की जरूरत है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए FATF के प्रेसिडेंट मार्कस प्लेयर ने कहा कि यह निर्णय वर्चुअल सत्र के समापन पर लिया गया है.
प्लेयर ने पाकिस्तान की कार्य योजना को लेकर कहा कि आतंकवाद के वित्तीय पोषण की जांच और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी समूहों और उनके सहयोगियों के नेताओं और कमांडरों के खिलाफ मुकदमा चलाने की आवश्यकता है. उन्होंने पेरिस से एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान बढ़ी हुई निगरानी सूची में बना हुआ है.
मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादियों के वित्तीय पोषण के खिलाफ वैश्विक संस्था के प्रेसिडेंट ने कहा, "पाकिस्तान ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, लेकिन आगे यह प्रदर्शित करने की जरूरत है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकी समूहों के वरिष्ठ नेतृत्व के खिलाफ जांच और मुकदमा चलाया जा रहा है."
उन्होंने कहा, "ये सभी बदलाव अधिकारियों को आतंकवाद और भ्रष्टाचार को रोकने के साथ ही अपराधियों को अपराधों से मुनाफा कमाने से रोकने में मदद करने के बारे में हैं."
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