पाकिस्तान ने अपने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह के लिए नई दिल्ली पहुंचने से एक दिन पहले सद्भावना का परिचय देते हुए 151 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया। कराची की मलीर जेल से 59 और सिंध प्रांत के हैदराबाद की नारा जेल से 92 भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया है।
मलीर जेल के अधीक्षक सैयद नजीर हुसैन ने बताया कि गृह और विदेश मंत्रालयों के लिखित दिशानिर्देश के आधार पर भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया है। उन्होंने कहा, इनमें से ज्यादातर गरीब भारतीय मछुआरे हैं, जिन्हें पाकिस्तानी जलक्षेत्र में प्रवेश करने के बाद गिरफ्तार करके यहां लाया गया था।
रिहा किए गए कैदियों को वातानुकूलित बसों के जरिये कराची से वाघा सीमा लाया गया। वाघा से इन लोगों को भारतीय अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया जाएगा। एक गैर सरकारी संगठन के प्रमुख न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) असलम नासिर जाहिद ने कहा कि सरकार ने कैदियों की रिहाई में पूरी तरह सहयोग किया है।
रिहा किए गए लोगों में से कुछ ने जियो न्यूज को बताया कि वह अपने परिवारों के पास लौटने को लेकर काफी खुश हैं। एक व्यक्ति ने कहा, हमारे साथ किसी अपराधी की तरह नहीं, बल्कि अच्छा व्यवहार किया गया। हर कोई अपने परिवार के पास लौटना चाहता है।
पिछले साल अगस्त में पाकिस्तान ने करीब 337 भारतीय कैदियों को रिहा किया था। बाद में दीवाली के मौके पर 15 भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया।
भारतीय सामाजिक कार्यकर्ताओं के अनुसार मौजूदा समय में 229 भारतीय मछुआरे और करीब 780 नौकाएं पाकिस्तान की हिरासत में हैं। इसी तरह से करीब 200 पाकिस्तनी मछुआरे और उनकी 150 नौकाएं भारत में हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं