इस्लामाबाद:
अमेरिका की ओर से सैन्य मदद रोके जाने से नाराज पाकिस्तान ने अफगान सीमा से अपने सैनिकों को हटाने की धमकी दी और कहा कि वह इतने बड़े पैमाने पर सैनिकों की तैनाती का खर्च वहन नहीं कर सकता। ओबामा प्रशासन ने पिछले दिनों पाकिस्तान को 80 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद रोक दी थी। इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार ने कहा कि अमेरिकी मदद के रोके जाने के बाद उनका देश सैनिकों की तैनाती का खर्च वहन नहीं कर सकेगा और उसे पाक अफगान सीमा पर स्थित करीब 1,100 चौकियों से अपने सैनिक वापस बुलाने पड़ेंगे। मुख्तार ने कहा कि अमेरिका की ओर से रोकी गई मदद में से 30 करोड़ डॉलर अफगान सीमा से लगे कबायली इलाकों में तैनात सैनिकों पर खर्च किया जाना था। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका का यह कदम इस क्षेत्र में तालिबान और अलकायदा के खिलाफ किए जा रहे प्रयासों के लिए नुकसानदेह साबित होगा। उन्होंने कहा, यह अमेरिकी सैन्य मदद आतंकवाद के खिलाफ युद्ध के लिए नहीं दी जानी थी, बल्कि यह उसके बदले में थी जो हम पहले ही खर्च कर चुके हैं। मुख्तार ने समाचार चैनल एक्सप्रेस 24..7 से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान लंबे समय तक पर्वतीय इलाकों में अपने सैनिकों की तैनाती का खर्च वहन नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, सरकार और सेना का अगला कदम यही होगा कि अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाकों से सैनिकों को हटाया जाए। अमेरिका की ओर से शम्सी हवाई अड्डे को ड्रोन हमलों के लिए उपयोग लाने जाने की खबरों से उठे विवाद पर मुख्तार ने कहा कि अमेरिका ही नहीं, बल्कि संयुक्त अरब अमीरात को भी इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल गैर संहारक प्रणालियों जैसे ड्रोन की उड़ान के लिए और साजो सामान संबंधी परिवहन के लिए करने की इजाजत दी गई है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
पाकिस्तान, अफगान, सैनिक, धमकी, अमेरिका