पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ(फाइल फोटो)
लाहौर:
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ गुरुवार को लंदन रवाना हो गए. चार दिन बाद ही उन्हें भ्रष्टाचार के तीन मामलों में अभ्यारोपण का सामना करना था. शरीफ सुबह में कड़ी सुरक्षा में अपने जाती उमरा आवास से रवाना हुए और लाहौर से लंदन के लिए पाकिस्तान इंटरनैशनल एयरलाइंस (पीआईए) की उड़ान पकड़ी. शरीफ लंदन में अपनी बीमार पत्नी कुलसुम के पास गए हैं. शरीफ को हवाई अड्डे पर छोड़ने के लिए उनके भाई एवं पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ भी आये थे.
सत्ताधारी पीएमएल एन ने इस बात की पुष्टि नहीं की कि शरीफ इस्लामाबाद स्थित जवाबदेही अदालत में अपने खिलाफ भ्रष्टाचार एवं धनशोधन मामलों(मनी लांड्रिंग) में अभ्यारोपण का सामना करने के लिए नौ अक्तूबर तक स्वदेश लौटेंगे या नहीं. दिलचस्प बात है कि उनकी टिकट पर वापसी की तिथि चार जनवरी है.
यह भी पढ़ें : असली फैसला अदालत से नहीं, वोटरों से आया है : नवाज शरीफ
उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने 67 वर्षीय शरीफ को बेईमानी के लिए अयोग्य करार दिया था. न्यायालय ने फैसला सुनाया था कि उनके एवं उनके बच्चों के खिलाफ पनामा पेपर घोटाला मामले में भ्रष्टाचार के मामले दायर किये जाएं. इसके कारण शरीफ को रिकार्ड तीसरी बार अपना पद छोड़ना पड़ा था.
उसके बाद से पीएमएल एन प्रमुख फैसले के खिलाफ सवाल उठा रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या शरीफ चार जनवरी तक अपने अभ्यारोपण और पेशी से बचेंगे, उनके राजनीति सचिव आसिफ करमानी ने कहा, ‘मियां साहेब (शरीफ) अपनी बीमार पत्नी कुलसुम को देखने के लिए लंदन गए हैं. वह मामलों का सामना करने के लिए वापस लौटेंगे जैसे वह पहले भी आये हैं.’
VIDEO : पनामा केस : पूछताछ के लिए पेश हुए नवाज शरीफ, कहा - हमारे परिवार के खिलाफ साजिश
उन्होंने कहा कि शरीफ अपनी पत्नी को देखने के लिए लंदन जाना चाहते थे जिनका गले के कैंसर के लिए तीन सर्जरी हुई हैं. शरीफ ने गत गुरूवार को लंदन जाने की योजना बनायी थी लेकिन उन्होंने भ्रष्टाचार के तीन मामलों में अभ्यारोपण का सामना करने के लिए अपनी रवानगी टाल दी. यद्यपि अदालत ने उनके अभ्यारोपण की तिथि नौ अक्तूबर तय की.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सत्ताधारी पीएमएल एन ने इस बात की पुष्टि नहीं की कि शरीफ इस्लामाबाद स्थित जवाबदेही अदालत में अपने खिलाफ भ्रष्टाचार एवं धनशोधन मामलों(मनी लांड्रिंग) में अभ्यारोपण का सामना करने के लिए नौ अक्तूबर तक स्वदेश लौटेंगे या नहीं. दिलचस्प बात है कि उनकी टिकट पर वापसी की तिथि चार जनवरी है.
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उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने 67 वर्षीय शरीफ को बेईमानी के लिए अयोग्य करार दिया था. न्यायालय ने फैसला सुनाया था कि उनके एवं उनके बच्चों के खिलाफ पनामा पेपर घोटाला मामले में भ्रष्टाचार के मामले दायर किये जाएं. इसके कारण शरीफ को रिकार्ड तीसरी बार अपना पद छोड़ना पड़ा था.
उसके बाद से पीएमएल एन प्रमुख फैसले के खिलाफ सवाल उठा रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या शरीफ चार जनवरी तक अपने अभ्यारोपण और पेशी से बचेंगे, उनके राजनीति सचिव आसिफ करमानी ने कहा, ‘मियां साहेब (शरीफ) अपनी बीमार पत्नी कुलसुम को देखने के लिए लंदन गए हैं. वह मामलों का सामना करने के लिए वापस लौटेंगे जैसे वह पहले भी आये हैं.’
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उन्होंने कहा कि शरीफ अपनी पत्नी को देखने के लिए लंदन जाना चाहते थे जिनका गले के कैंसर के लिए तीन सर्जरी हुई हैं. शरीफ ने गत गुरूवार को लंदन जाने की योजना बनायी थी लेकिन उन्होंने भ्रष्टाचार के तीन मामलों में अभ्यारोपण का सामना करने के लिए अपनी रवानगी टाल दी. यद्यपि अदालत ने उनके अभ्यारोपण की तिथि नौ अक्तूबर तय की.
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