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बंधकों की रिहाई से 33 आतंकियों को ढेर करने तक, पढ़ें जाफर एक्सप्रेस रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या-क्या हुआ

पाकिस्‍तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने टीवी चैनल ‘दुनिया न्यूज' को बताया कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर मौजूद सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया. इस घटना में अर्धसैनिक बल के चार जवान भी मारे गए.

पाकिस्तान की हाईजैक जाफर एक्सप्रेस के बंधकों का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा.

पाकिस्तानी सेना के आगे आखिरकार बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) के विद्रोहियों ने सरेंडर कर ही दिया. सभी बंधक छुड़ा (Pakistan Train hijack) लिए गए हैं. पाकिस्तानी सेना ने इलाके को घेरकर बंधकों की रिहाई के लिए विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया और बोलान के पहाड़ी और सुरंगों से भरे इलाके में करीब 24 घंटे तक ये रेस्क्यू ऑपरेशन चला.

  1. पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को हाईजैक की गई ट्रेन का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है. पाक आर्मी का दावा है कि उन्होंने 346 बंधकों को BLA के कब्जे से रिहा करवा लिया है और बलूच लिबरेशन आर्मी के 33 लड़ाकों को ढेर कर दिया. 

  2. बंधकों को रिहा करना के लिए पाकिस्तान आर्मी का ये ऑपरेशन 24 घंटे से भी ज्‍यादा समय तक चला. पाकिस्‍तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने टीवी चैनल ‘दुनिया न्यूज' को बताया कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर मौजूद सभी 33 लड़ाकों को मार गिराया. सभी यात्रियों को सुरक्षित छुड़ाकर बुधवार शाम को ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया.

  3. लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ के मुताबिक, बीएलए के विद्रोहियों ने ट्रेन को हाईजैक करने के बाद 21 यात्रियों की हत्या कर दी, जिनमें अर्धसैनिक बल के चार जवान भी शामिल थे. 

  4. पाकिस्‍तान सेना के प्रवक्ता के दवे के बीच जाफर ट्रेन के बंधकों को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है. एक तरफ पाकिस्तान आर्मी कह रही है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है. तो वहीं बीएलए का दावा है कि 154 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक अब भी उनके कब्जे में हैं. उन्होंने दावा किया कि पाक सेना ने बंधकों को बचाने के लिए 16 बार कोशिशें कीं. इस दौरान उनके 63 जवान घायल हो गए.

  5. पाकिस्तान पुलिस के मुताबिक, 11 मार्च को  9 डिब्बों वाली जाफर एक्सप्रेस ट्रेन करीब 440 यात्रियों को लेकर  क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी, तभी बीएलए के विद्रोहियों ने दोपहर 1 बजे के आसपास विस्फोटक से ट्रैक को उड़ा दिया और ट्रेन को अपने कब्जे में ले लिया. 

  6.  बोलन दर्रे के धादर इलाके में जिस जगह पर ट्रेन को हाईजैक किया गया वहां पहाड़ी इलाका होने की वजह से अधिकारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान परेशानी झेलनी पड़ी. घटनास्थल पर पहुंचने में अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान रेलवे के मुताबिक इस रेलमार्ग पर 17 सुरंगें हैं.दुर्गम इलाका होने की वजह से ट्रेन की स्पीड अक्सर धीमी रहती है. 

  7. सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादी महिलाओं और बच्चों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे. उन्होंने बताया कि ऑपेशन बहुत सी सावधानी और कौशल के साथ चलाया गया और कई लोगों की जान बच गई.

  8. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ट्रेन को हाईजैक करने के बाद पाकिस्तान सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए सभी बलूच राजनीतिक कैदियों और जबरन गायब हुए लोगों को रिहा करने की मांग की थी. 

  9. बलूचिस्तान ट्रेन रेस्‍क्यू ऑपरेशन का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कुछ लोग पाकिस्‍तान आर्मी के साथ एक ट्रेन की तरफ भागते हुए दिखाई दे रहे थे. इस ट्रेन में पाकिस्‍तान आर्मी के कई हथियारबंद जवान भी खड़े थे. मालगाड़ी जैसी दिखने वाली इस ट्रेन को रिलीफ ट्रेन बताया गया. इस ट्रेन को बंधकों को रिहाई के बाद वापस लाने के लिए भेजा गया था.

  10. हाईजैक ट्रेन से छूटकर आए लोगों ने उस मंजर को बयां किया, जो उन्होंने ट्रेन में देखा. रिहा हुए एक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब ट्रेन को हाईजैक किया गया, उसके बाद लोगों में हड़कंप मच गया और वे चीखने-चिल्लाने लगे. सभी यात्री अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन में ही लेट गए थे. इस दौरान हमने ब्लास्ट और फायरिंग की आवाजें आ रही थीं.

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