इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा है कि उनके देश में लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं है। यहां मीडिया कर्मियों से बातचीत में गिलानी ने कहा, "लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं है। लोकतंत्र बरकरार रहेगा.. लोकतंत्र का कोई विकल्प नहीं है।" पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार से अलग होने के मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के फैसले पर गिलानी ने कहा कि पार्टी लगातार एमक्यूएम नेताओं के सम्पर्क में है। 'एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान' ने गिलानी के हवाले से लिखा है, "वे (एमक्यूएम) अब भी हमारे गठबंधन के सहयोगी हैं।" उन्होंने कहा कि जुल्फिकार अली भुट्टो सहित पाकिस्तान की सभी राजनीतिक सरकारों को भ्रष्टाचार के आरोप के बहाने सत्ता से बेदखल कर दिया गया, लेकिन तनाशाहों पर कभी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे। पाकिस्तान में 1947 में आजादी के बाद से अब तक राजनीतिक सरकारों को गिराकर कई सैनिक सरकार बन चुकी हैं। परवेज मुर्शरफ पाकिस्तान की सैनिक सरकार का नवीनतम चेहरा हैं, जिन्होंने 1999 में रक्तहीन क्रांति के माध्यम से नवाज शरीफ सरकार का तख्ता पलट सत्ता अपने हाथों में ले ली थी। उन्होंने नौ साल तक पाकिस्तान में शासन किया।