कराची हवाई हड्डे पर पाकिस्तानी तालिबान के हमले के एक हफ्ते बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाकों में छिपे विदेशी एवं स्थानीय आतंकवादियों के खिलाफ बहु प्रतीक्षित सैन्य अभियान आज शुरू कर दिया।
सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल असीम सलीम बाजवा ने बताया कि सरकार के निर्देश पर पाकिस्तान के सशस्त्र बलों ने देश के अशांत उत्तरी वजीरिस्तान एजेंसी में आतंकवादियों के छिपने के ठिकानों के खिलाफ ‘व्यापक अभियान’ शुरू किया है।
उन्होंने कहा, 'अभियान का नाम 'जर्ब ए अज्ब' दिया गया है।' उन्होंने 'जर्ब ए अज्ब' के बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया, हालांकि इस हर्फ का मतलब तेज धार तलवार से हमला करना होता है। अज्ब उस तलवार का नाम है, जिसका इस्तेमान पैगंबर मोहम्मद ने अपने जीवन काल में एक लड़ाई में किया था।
पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने आज उत्तर वजीरिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए जिसमें करीब 80 आतंकवादी मारे गए। इन लोगों को कराची में जिन्ना हवाई अड्डे पर पिछले हफ्ते हुए हमले के लिए जिम्मेदार माना जा रहा था।
सेना ने आज के अपने अभियान में हवाई अड्डे पर हमले के उजबेक सरगना को मार गिराने का दावा किया है। सेना ने बताया, 'हमले में करीब 80 आतंकवादी जिनमें से ज्यादातर उजबेक नागरिक हैं, मारे गए। विस्फोटकों के एक भंडार को भी नष्ट किया गया है।'
कराची हवाईअड्डे पर पिछले रविवार को हुए हमले का यह पहला सैन्य जवाब है। हमले के बाद से ही पाकिस्तान पर लगातार जवाबी कार्रवाई करने का दबाव बन रहा था।
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर वजीरिस्तान को आधार बनाकर आतंकवादियों ने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया था जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था। आर्थिक वृद्धि ठहर गई थी और जानमाल को काफी नुकसान पहुंचा था। उन्होंने बताया कि हमारे सशस्त्र बलों को इन आतंकवादियों को खत्म करने की जिम्मेदारी दी गई है।
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