फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) द्वारा पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने या नहीं करने को लेकर फैसला किए जाने से पहले अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवादी गुटों को अपनी धरती का इस्तेमाल करने से रोकना होगा, और लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज़ सईद समेत गुट के शीर्ष ऑपरेटिवों को दंडित करना होगा.
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के दक्षिण एवं मध्य एशियाई ब्यूरो की प्रमुख एलिस वेल्स ने पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) / जमात-उद-दावा (JuD) के चार शीर्ष सदस्यों को गिरफ्तार किए जाने का स्वागत भी किया. पाकिस्तान की कानून एवं व्यवस्था के लिए उत्तरदायी एजेंसियों ने गुरुवार को प्रतिबंधित LeT / JuD के 'चार शीर्ष सदस्यों' को आतंकवाद को वित्त पोषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इन चारों आतंकवादियों की पहचान प्रोफेसर ज़फ़र इक़बाल, याहया अज़ीज़, मोहम्मद अशरफ तथा अब्दुल सलाम के रूप में हुई है.
एलिस वेल्स ने ट्वीट किया, "जैसा (पाकिस्तान के) प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है, पाकिस्तान को, अपने ही मुस्तकबिल के लिए, आतंकवादी गुटों को अपनी धरती का इस्तेमाल करने से रोकना ही होगा..."
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उन्होंने कहा, "हम इस ख़बर का स्वागत करते हैं कि पाकिस्तान ने LeT के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है... LeT के क्रूर हमलों के पीड़ितों को हक है कि वे इन लोगों को LeT के सरगना हाफिज़ सईद के साथ सज़ा मिलती देखें..."
पाकिस्तान का लम्बा इतिहास रहा है कि वह अपनी धरती से ऑपरेट करने वाले आतंकवादियों को गिरफ्तार कर रिहा करता रहा है. वेल्स की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब FATF पाकिस्तान के 'ग्रे लिस्ट' स्टेटस पर फैसला करने जा रही है.
पेरिस से संचालित होने वाली FATF ने पिछले साल जून में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था, और अक्टूबर, 2019 तक पूरा करने के लिए एक एक्शन प्लान भी दिया था, वरना उसे ईरान तथा उत्तरी कोरिया के साथ ब्लैकलिस्ट में डाले जाने के खतरे का सामना करना होगा.
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आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान के प्रदर्शन की समीक्षा में तय होगा कि वह ग्रे लिस्ट में बना रहेगा, या उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा, या उसे क्लीन चिट दे दी जाएगी. एलिस वेल्स ने पिछले महीने भी पाकिस्तान से हाफिज़ सईद और मसूद अज़हर जैसे आतंदवादियों को दंडित करने के लिए कहा था, और यह भी कहा था कि सीमा-पार से आतंकवाद में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में पाकिस्तान की गंभीरता पर ही भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूद तनाव का कम होना निर्भर करेगा.
पाकिस्तान के प्रदर्शन की 12 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलने वाली समीक्षा यह तय करेगी कि इस्लामाबाद ग्रे सूची में रहता है या उसे काली सूची में डाल दिया जाता है या क्लीन चिट दे दी जाती है.
वेल्स ने पिछले महीने भी पाकिस्तान से कहा था कि वह सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों के खिलाफ अभियोग चलाए. उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम होना इस बात पर निर्भर करेगा कि इस्लामाबाद ‘‘सीमा पार घुसपैठ'' में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कितना गंभीर है. जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा निरस्त करने के भारत सरकार के अगस्त के फैसले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है.
भारत के इस फैसले का पाकिस्तान ने कड़ा विरोध किया है. उसने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कमतर कर दिया है और भारतीय राजदूत को निष्कासित कर दिया है. पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद से कश्मीर मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश कर रहा है लेकिन नयी दिल्ली ने जोर देकर कहा है कि अनुच्छेद 370 उसका आंतरिक मामला है.
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अमेरिकी वित्त मंत्रालय ने सईद को वैश्विक आतंकवादी नामित किया है और उसकी सूचना देने वाले को एक करोड़ डॉलर की इनामी राशि देने की घोषणा की है. ऐसा माना जाता है कि सईद के नेतृत्व वाला जमात-उद-दावा लश्कर का वह मुख्य संगठन था जिसने 2008 के मुंबई हमलों को अंजाम दिया था. इस हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं