विज्ञापन
This Article is From Sep 03, 2022

पाकिस्तान में इतिहास की सबसे भयकंर बाढ़ का कहर, देश का एक तिहाई हिस्सा पानी में डूबा

पाकिस्तान में बाढ़ ने इस बार खतरनाक तबाही मचाई है, आलम ये कि पूरे देश का एक तिहाई हिस्सा पानी में डूब चुका है. बाढ़ से देश भर में मरने वाले लोगों की संख्या 1100 से ज्यादा हो गई, जबकि 3.3 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं.

पाकिस्तान में इतिहास की सबसे भयकंर बाढ़ का कहर, देश का एक तिहाई हिस्सा पानी में डूबा
पाकिस्तान में बाढ़ का तांडव
इस्लामाबाद:

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) की सेटेलाइट इमेज के अनुसार, पाकिस्तान इतिहास की सबसे भयंकर बाढ़ से जूझ रहा है. नतीजतन पाकिस्तान का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो चुका है. अब बाढ़ के पानी से बीमारी फैलने का खतरा है, वहीं भोजन की आपूर्ति कम हो रही है क्योंकि पानी ने लाखों एकड़ फसलों को नष्ट कर दिया. 30 अगस्त को ईएसए की इमेज के अनुसार, मूसलाधार मानसून वर्षा - सामान्य से 10 गुना ज्यादा रही. जिससे सिंधु नदी के तेज प्रवाह के चलते दस किलोमीटर चौड़ी एक लंबी झील का निर्माण हो गया.

पाकिस्तान अभूतपूर्व बाढ़ के कारण दोहरे भोजन और स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, चैरिटी एक्शन अगेंस्ट हंगर के अनुसार, देश में 27 मिलियन लोगों के पास बाढ़ से पहले पर्याप्त भोजन नहीं था. अब बाढ़ से स्थिति और खतरनाक हो गई. यूनाइटेड किंगडम स्थित सहायता गठबंधन, आपदा आपातकालीन समिति के मुख्य कार्यकारी सालेह सईद ने कहा,"अभी हमारी प्राथमिकता जीवन को बचाना और मदद करना है क्योंकि पानी लगातार बढ़ रहा है. फसलें बह गई हैं और देश के विशाल क्षेत्रों में पशु मारे गए हैं, जिससे भूख की समस्या और गंभीर होगी" 

पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शरीफ ने 30 अगस्त को कहा था कि लोग भोजन की कमी का सामना कर रहे हैं और टमाटर और प्याज जैसी बुनियादी वस्तुओं तक की कीमत "आसमान" छू रही है. मुझे अपने लोगों को खाना खिलाना है. उनका पेट खाली नहीं रह सकता." डब्ल्यूएचओ ने रिकॉर्ड पर पाकिस्तान की सबसे खराब बाढ़ को "उच्चतम स्तर" की आपात स्थिति के रूप में वर्गीकृत किया है, जिसमें चिकित्सा सहायता की कमी के कारण बीमारी के तेजी से फैलने की चेतावनी है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने बाढ़ के बाद डायरिया संबंधी बीमारियों, त्वचा में संक्रमण, श्वसन पथ के संक्रमण, मलेरिया और डेंगू के नए प्रकोपों ​​​​की चेतावनी दी, जबकि जलजनित बीमारियों की एक बड़ी संख्या ने स्वास्थ्य जोखिम भी बढ़ा दिया. पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, जून के मध्य से अब तक बाढ़ से 1,100 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से लगभग 400 बच्चे हैं, जबकि लाखों लोग विस्थापित हुए हैं.

पाकिस्तान के मौसम विभाग के अनुसार, पाकिस्तान का मानसून का मौसम आमतौर पर भारी बारिश लाता है, लेकिन 1961 में रिकॉर्ड शुरू होने के बाद से यह साल सबसे अधिक बारिश वाला रहा है. एनडीएमए के अनुसार, दक्षिणी सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में, 30 अगस्त तक औसत से 500 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, जिसने गांवों और खेतों को जलमग्न कर दिया, यहां तक इमारतों को तबाह कर दिया है और फसलों को नष्ट हो गई.

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण एशियाई देश ने इस साल नाटकीय जलवायु परिस्थितियों का सामना किया. जैसे कि रिकॉर्ड गर्मी से विनाशकारी बाढ़ तक. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने चेतावनी दी है कि दुनिया पर्यावरण के विनाश की ओर जा रही है. गुटेरेस ने कहा, "दक्षिण एशिया दुनिया के वैश्विक जलवायु संकट वाले हॉटस्पॉट में से एक है. इन हॉटस्पॉट्स में रहने वाले लोगों के जलवायु प्रभावों से मरने की संभावना 15 गुना अधिक है."

पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि बाढ़ "देश के इतिहास में सबसे खराब" थी और अनुमान है कि आपदा ने बुनियादी ढांचे, घरों और खेतों को 10 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान पहुंचाया है.पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान के अनुसार, 33 मिलियन से अधिक लोग या लगभग 15 प्रतिशत आबादी प्रभावित हुई है. एनडीएमए के अनुसार, 10 लाख से अधिक घर क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए हैं, जबकि कम से कम 5,000 किलोमीटर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है.

ये भी पढ़ें : Video : पोलैंड में भारतीय शख्स के साथ नस्लीय दुर्व्यवहार, पैरासाइट कहकर किया गया परेशान

मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की एक स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ ने 2 मिलियन एकड़ फसलों को प्रभावित किया है और पूरे पाकिस्तान में 794,000 से अधिक पशु मारे गए. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कई प्रभावित जिलों में रिपोर्ट के अनुसार, देश में 800 से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिनमें से 180 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे लाखों लोगों को स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा उपचार की सुविधा नहीं मिल पा रही है.

VIDEO: कर्नाटक : महंत शिवमूर्ति 5 सितंबर तक पुलिस हिरासत में

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com